ब्लैकमेल एक डार्क कॉमेडी फिल्म है! इस फिल्म में एक्टर इरफ़ान खान, कीर्ति कुल्हारी, दिव्या दत्ता और अरुणोदय सिंह मुख्य भूमिका में हैं! इस फिल्म को 'डेली बेली' और 'फोर्स 2' बना चुके निर्देशक अभिनय देओ ने बनाया है! इस फिल्म का नाम पहले रायता होने वाला था लेकिन बाद में इसे बदल दिया गया!
ब्लैकमेल एक डार्क कॉमेडी फिल्म है! इस फिल्म में एक्टर इरफ़ान खान, कीर्ति कुल्हारी, दिव्या दत्ता और अरुणोदय सिंह मुख्य भूमिका में हैं! इस फिल्म को 'डेली बेली' और 'फोर्स 2' बना चुके निर्देशक अभिनय देओ ने बनाया है! इस फिल्म का नाम पहले रायता होने वाला था लेकिन बाद में इसे बदल दिया गया! कम
निर्णय
“कहानी और दमदार एक्टिंग का मिश्रण है फिल्म 'ब्लैकमेल' !”
बॉलीवुड में अब नए तरह की कहानियों पर फ़िल्में बनना शुरू हो गई है। उसमें से एक है इरफ़ान खान और कीर्ति कुल्हारी की फिल्म ‘ब्लैकमेल’। एक जबरदस्त एक्टिंग और दमदार कहानी का मिश्रण है, जो दर्शकों को बांधे रखने में काफी हद तक कामयाब होती है। ‘डेल्ही बेली’ जैसी शानदार फिल्म दे चुके अभिनव देव ने इसे डायरेक्ट किया है। फिल्म एक साधारण से पति देव यानी इरफ़ान खान की कहानी है, जो टॉयलेट पेपर बेचने का काम करता है। उसने लोन पर घर लिया है, जिसकी हर महीने वो क़िस्त चुकाता है। एक दिन उसकी जिंदगी में तूफान आ जाता है, जब वो अपनी आँखों से अपनी बीवी रीना (कीर्ति कुल्हारी) को उसके बॉयफ्रेंड रणजीत (अरुणोदय सिंह) के साथ देख लेते हैं। लेकिन उस वक़्त अपने गुस्से पर संयम रख देव पत्नी के बॉयफ्रेंड को ब्लैकमेल करने लगता है। लेकिन ये किस्सा यहीं नहीं रुकता। इस एक अफेयर को छुपाने के लिए कई और ब्लैकमेलर पैदा होते हैं। बस इसी कहानी को मज़ेदार तरीके से पेश किया गया है। इस फिल्म के बाद डायरेक्टर अभिनव देव ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वो ब्लैक कॉमेडी के बादशाह बनते जा रहे हैं। स्क्रीनप्ले, डायलॉग डेलिवरी सब कमाल है। बस कहानी की बहुत स्लो लगती है और लम्बी लगती है। कुछ सीन्स ऐसे भी थे जो अगर फिल्म में नहीं होते तो भी फिल्म पर कोई खास असर नहीं पड़ता। एक्टिंग के मामले में एक्टर्स को पूरे मार्क्स। लीड रोल निभा रहे इरफ़ान की एक्टिंग के तो हम सब कायल हैं ही उन्होंने इस फिल्म से फिर बता दिया कि बिना जोक्स क्रैक किये भी दर्शकों को हंसाया जा सकता है। इस मामले में कीर्ति कुल्हारी और सपोर्टिंग कास्ट अरुणोदय सिंह, दिव्या दत्ता और ओमी वैद्य जैसे कलाकरों ने भी अच्छा काम किया है। फिल्म के बैकग्राउंड में चल रहे गाने भी आपको पसंद आयेंगे। लेकिन आपका दिल तो बस आखिरी में खुश होगा जब आप गुरु रंधावा का पटोला गाना सुनोगे। मन करेगा थिएटर में भी झूमने लग जाओ। स्लो स्टार्स के बाद भी फिल्म जबरदस्त है। इरफ़ान खान की कमाल की एक्टिंग और कॉमिक टाइमिंग के लिए एक बार तो ये फिल्म जरूर देखी जानी चाहिए।