निर्णय - निर्णय : एक साधारण कहानी को अलग डायरेक्शन और सधी हुई एक्टिंग ने बेहतरीन बना दिया !
रिव्यू सोनाक्षी सिन्हा की पिछली फिल्मों को याद किया जाए तो लुटेरा ही एक ऐसी फिल्म याद आती है जिसमें उन्होंने अभिनय को गंभीरता से लेते हुए अच्छी परफॉरमेंस दी थी, लेकिन अकीरा के बाद उनकी यह लिस्ट बढ़ गयी है। ए आर मुर्गदौस ने एक दक्षिण की फिल्म का रीमेक तो बनाया, लेकिन उसमें मुख्य किरदार को लड़की चुना इस बार और यह फिल्म देखने के बाद हॉल से निकलते हुए आप ये ज़रूर सोचेंगे कि उन्होंने सोनाक्षी सिन्हा को चुनकर कोई गलती नहीं की।
कहानी साधारण है, अकीरा एक कॉलेज की लड़की है जो गलती से पुलिसवालों के गंदे नेक्सस में फंस जाती है और अपने आप को बेगुनाह साबित करने की कोशिश में जुट जाती है। कहानी का अंत रोचक है और आम तौर पर बॉलीवुड में एक हीरो को इस तरह से नहीं दिखाया जाता। इस कहानी को मुर्गदौस ने जो ट्रीटमेंट दिया है, वह काबिले तारीफ है। सोनाक्षी सिन्हा एक्शन सीक्वेंसेस इमोशनल सीन्स दोनों में बेहतरीन लगी हैं और इस फिल्म का बॉलीवुड को सबसे बड़ा तोहफा हैं अनुराग कश्यप जिन्होंने एक एक्टर के तौर पर अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है।
कोंकणा सेन शर्मा काफी दिनों बाद नज़र आयीं और उन्होंने एक पुलिस अफसर के किरदार को बहुत अच्छे तरीके से निभाया है। जो बात आपको इस फिल्म में ख़ास लग सकती है वो यह है कि इसमें डिटेलिंग पर काफी ध्यान दिया गया है। कहीं कहीं पर कहानी थोड़ी ढीली पड़ती हुई लगती है लेकिन निर्देशन के साथ संभल जाती है।
मेरी तरफ से 3.5 स्टार्स !