कार्तिक आर्यन की फिल्म 'शहजादा' की असली कहानी ये है, बंटू और वाल्मीकि के किरदार बड़ा ट्विस्ट ऐसे आएगा

    कार्तिक आर्यन की फिल्म शहजादा की ये कहानी जीत लेगी आपका दिल 

    Shehzada trailer

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    कार्तिक आर्यन इन दिनों अपनी फिल्म ‘शहजादा’ को लेकर खबरों में बने हुए हैं। एक्टर ने अपनी फिल्म का प्रमोशन ट्रेलर रिलीज़ करने के बाद से ही कर दिया था। वो अलग अलग शहरों में शहजादा के नाम की पतंग उड़ाते दिखे तो कहीं कॉलेज स्टूडेंट के बीच सेल्फी लेते। यही कार्तिक की फिल्म को लेकर प्रमोशनल स्ट्रेटेजी है। वैसे अब कार्तिक को फिल्म प्रोमोट करने के लिए एक और हफ्ता मिल गया है क्योंकि शहजादा शाहरुख़ खान की पठान के धमाके की वजह से एक हफ्ते बाद रिलीज़ हो रही है।

    शहजादा अल्लू अर्जुन की फिल्म 'अला बैकुंठपुरमलो' की हिंदी रीमेक है ये तो सभी जानते हैं। लेकिन जिन्होंने तमिल फिल्म नहीं देखी उनके लिए शहजादा की कहानी जान लेनी चाहिए। शहजादा फिल्म में बंटू नाम के एक किरदार पर बेस्ड है जिसका किरदार कार्तिक आर्यन ने निभाया था। बंटू बचपन से ही अपने पिता वाल्मीकि (परेश रावल) से नफरत करता था। दरअसल, वाल्मीकि अपने बेटे को एक शहजादे की जिंदगी देना चाहता था इसलिए उसने अपने नवजात बेटे को बंटू के साथ बदल लिया था। पिता की नफरत के साथ बड़ा होता बंटू को एक दिन असलियत पता चल जाती है। उसे पता चलता है कि जन्म के समय उसे एक करोड़पति के बेटे के साथ बदल दिया गया था। समारा, उसका बॉस, उसे प्यार और स्नेह दिखाने वाला पहला व्यक्ति है जब तक कि उसे पता नहीं चलता कि धनी जिंदल उसके बायोलॉजिकल माता-पिता हैं न कि वाल्मीकि। बंटू तब जिंदल परिवार के प्यार की तलाश करने और अपनी असली पहचान बताए बिना उन्हें उन खतरों से बचाने का फैसला करता है, जिनका वे सामना कर रहे हैं।

    बंटू अब सब जानता है, और अपने असली घर एक नौकरी लेकर घुस जाता है, और हर मुश्किल से अपनी माँ और पिता को बचाता है, बिना अपनी असली सच्चाई बताये। अब कहानी के अंत में क्या होता है ये जानने के लिए आपको 17 फ़रवरी को थिएटर जाना होगा। फिल्म को वरुण धवन के भाई रोहित धवन ने डायरेक्ट किया है।

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