हमारे बीच अब नहीं रहे कथक सम्राट बिरजू महाराज, हार्ट अटैक से हुआ निधन

    रविवार देर रात मशहूर कथक नर्तक और पद्म विभूषण से सम्मानति पंडित बिरजू महाराज का निधन हो गया। ये खबर सुनने के बाद हर कोई गम में डूबा हुआ है।

    <p>पंडित बिरजू महाराज का हुआ निधन</p>

    पंडित बिरजू महाराज का हुआ निधन

    कथक के जरिए देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपनी जबरदस्त छाप छोड़ने वाले प्रसिद्ध कथक डांसर पंडित बिरजू महाराज अब नहीं रहे हैं। रविवार देर रात उनका निधन हो गया है। हार्ट अटैक के चलते उन्होंने इस तरह से दुनिया को अलविदा कहा। उनके निधन की जानकारी खुद उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए दी है।

    वहीं, पंडित बिरजू महाराज की पोती रागिनी ने एएनआई से बातचीत के दौरान इस बात की जानकारी दी कि पिछले एक महीने से उनका इलाच चल रहा था। रात को उन्होंने खाना खाया और कॉफी भी पी थी। इस दौरान उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहां उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

    वहीं, सिंगर अदनान सामी ने एक ट्वीट के जरिए पंडित बिरजू महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- पंडित बिरजू महाराज जी के निधन की खबर से वे काफी दुखी हैं। साथ ही सिंगर ने ये भी आगे लिखा है कि आज हमने कला के क्षेत्र का एक अनोखा संस्थान खो दिया। उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है।आइए उन्हें याद करते हुए उनके जीवन से जुड़ी खास बातों के बारे में जानते हैं यहां। 

    - बिरजू महाराज का जन्म लखनऊ के कथक घराने में हुआ था। उनके पिता अच्छन महाराज और चाचा शम्भू महाराज थे। दोनों देश के प्रसिद्ध कलाकारों में से एक हैं। पिता की मौत के बाद बिरजू महाराज को नृत्स की शिक्षा उनके चाचा ने दी। 

    - विश्वरूपम फिल्म में कमल हासन को नृत्य बिरजू महाराज ने सिखाया था। इसके लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। 

    - 2016 में आई फिल्म बाजीराव-मस्तानी के गाने मोहे रंग दो लाल गाने को भी बिरजू महाराज ने कोरियोग्राफ किया था। इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 

    - बहुत कम लोग ये जानते हैं कि बरजू महाराज का नाम पंडित बृजमोहन मिश्र है। हालांकि पहले इनका नाम दुखहरण यानी दुखों को हरने वाला रखा गया था।