राजकीय सम्मान के साथ विदा हुए गायक पंकज उधास, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई

    सोनू सिंगम, शंकर महादेवन समेत इन सेलेब्रिटीज ने पंकज उधास के आखिरी दर्शन कर दी उन्हें अंतिम विदाई 

    राजकीय सम्मान के साथ विदा हुए गायक पंकज उधास, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई

    मशहूर गजल गायक पंकज उधास के निधन से संगीत और एंटरटेनमेंट जगत में शोक मनाया जा रहा है। पंकज उम्र से जुड़ी बिमारियों से जूझ रहे थे। 72 की उम्र में सिंगर के निधन से देशभर में उनके प्रेमी उदास हो गये हैं।आज उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस मौके पर उनके आखिरी दर्शन करने एंटरटेनमेंट जगत से कलाकार पहुंचे। सिंगर के पार्थिव शरीर को नमन किया गया। इस मौके पर उनका परिवार एक दूसरे की हिम्मत बढ़ाता रहा।

    पंकज उधास का अंतिम संस्कार वरली के शमशान घाट पर किया गया। सजी-धजी गाड़ी में सम्मान के साथ उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। बड़ी संख्या में उन्हें जानने और चाहने वाले लोग पहुंचे। सिंगर की बेटी पिता की अंतिम विदाई के समय रोते बिलकते नज़र आई। ये नज़ारा हर किसी को इमोशनल कर गया।

    गायक पंकज उधास के बारे में बताया जा रहा है कि वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इस दौरान उनकी दोनों बेटियां उनकी हिम्मत बने संभाल रही थी। लेकिन जब तबीयत बिगड़ी तो उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। उन्होंने 26 फ़रवरी की सुबह अपनी आखिरी सांस ली।

    पंकज उधास 1980 के दशक में अपनी म्यूजिक एल्बम आहट के लिए मशहूर हुए थे। पहली सफलता के बाद उन्हें फिल्मों में गाना गाने का मौका मिला और उनकी आवाज का जादू कुछ ऐसा चला कि भी गाने उन्होंने फिल्मों में गाये उसमें से अधिकतर ब्लॉकबस्टर साबित हुए। पंकज उधास की गायिकी की बात करें तो उनके नाम ‘जिएं तो जिएं कैसे बिन आपके', 'चिट्ठी आई है', 'चांदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल', 'ना कजरे की धार’, फिल्म राम लखन’ का गाना ‘तेरा नाम लिया’, ‘हीरो’ का ‘तू मेरा हीरो है’, ‘जान’ का ‘जान ओ मेरी जान’, ‘कुरबानी’ का ‘हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे’ से फिल्म ‘कर्मा’ का ‘दे दारू’ समेत कई शानदार गाने गये। उनके नाम के म्यूजिक एल्बम भी 90 और 2000 के दशक में खूब पसंद किये गये। अब पंजक उधास इस दुनिया में नहीं रहे।

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