फिल्म 'अलीगढ़' को नेशनल अवार्ड ना मिलने पर नाराज़ हैं डायरेक्टर हंसल मेहता !
Updated : April 08, 2017 10:49 AM ISTundefined src="https://platform.twitter.com/widgets.js" >Am getting calls asking me if Aligarh was entered for the National Awards and if i was disappointed with the.. pic.twitter.com/93cw80iv7b
— Hansal Mehta (@mehtahansal) April 7, 2017
हंसल ने आगे लिखा कि ज्यूरी के लिए हर साल काम मुश्किल होता जा रहा है और कई लोगों को निराश होना पड़ता है। कुछ अवॉर्ड्स पर बहस की जा सकती है और अच्छे काम की उपेक्षा होने पर अफ़सोस होता है। हालांकि कुछ अच्छी फ़िल्मों को अवॉर्ड मिल रहे हैं और बेहतरीन काम को सराहा जा रहा है। हंसल ने मनोज बाजपेयी, राजकुमार राव और फ़िल्म से जुड़े दूसरे लोगों की हौसलाअफ़जाई करते हुए चैंपियन बताया है।
undefined src="https://platform.twitter.com/widgets.js" >My only hope is that the debate over Section 377 and LGBTQ rights is not ignored. If Aligarh has shone a light on.. pic.twitter.com/pusrCThOkl
— Hansal Mehta (@mehtahansal) April 7, 2017
हंसल ने एक और ट्वीट में लिखा है कि उनको यही आशा है कि धारा 377 और एलजीबीटीक्यू अधिकारों की जो बहस शुरू हुई थी, वो नज़रअंदाज़ नहीं होगी। अगर अलीगढ़ ने इन मुद्दों पर रौशनी डाली है और भारतीय समाज में उपेक्षित रहा एलजीबीटीक्यू समुदाय सम्मान के साथ आगे बढ़ पाता है तो हम समझेंगे कि हमारा मक़सद पूरा हुआ।
क्रिटिक्स द्वारा सराही गई फ़िल्म 'अलीगढ़' उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर पर आधारित पर थी, जिसमें मनोज बाजपेई ने यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का रोल निभाया था। प्रोफेसर को उनकी सेक्शुएलिटी की वजह से निकाल दिया जाता है। असल ज़िंदगी से प्रेरित इस फ़िल्म में राजकुमार राव ने जर्नालिस्ट की भूमिका निभाई थी, जिसने इस पूरे प्रकरण को दुनिया के सामने उठाया था।