'1921' ने किया सरप्राइज, दो दिन में कमाए 'मुक्काबाज़' और 'कालाकांडी' से ज़्यादा !
Updated : January 14, 2018 05:28 PM ISTसाल 2018 के पहले ‘फिल्म फ्राइडे’ यानी 12 जनवरी को तीन फ़िल्में रिलीज़ हुई हैं। अनुराग कश्यप की ‘मुक्काबाज़’, विक्रम भट्ट की ‘1921’ और अक्षत वर्मा की सैफ अली खान स्टारर ‘कालाकांडी।’
साल के पहले ही फिल्म-फ्राइडे पर रिलीज़ हुई ये तीनों ही फ़िल्में अपने आप में बिलकुल अलग-अलग तरह की हैं। फिल्म एनालिस्ट तरण आदर्श ने इन तीनों फिल्मों के पहले दो दिन के कलेक्शन बताते हुए ट्वीट किया है।
undefined src="https://platform.twitter.com/widgets.js" >#Mukkabaaz Fri 82 lakhs, Sat 1.51 cr. Total: ₹ 2.33 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) January 14, 2018
फिल्म ‘मुक्काबाज़’ बॉक्सिंग पर आधारित एक लव स्टोरी है इसमें मुख्य भूमिका में विनीत कुमार सिंह और जोया हुसैन हैं। इस फिल्म से क्रिटिक्स और फिल्म पंडितों को काफी उम्मीदें हैं और पहले दिन इस फिल्म से एक या डेढ़ करोड़ कमाने की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन इस फिल्म ने पहले दिन 82 लाख रूपए ही कमाए। हालांकि स्लो स्टार्ट के बाद दूसरे दिन इस फिल्म ने 1.51 करोड़ रूपए की कमाई की, इस फिल्म की कमी का ग्राफ ऊपर की तरफ जाता दिख रहा है।
undefined src="https://platform.twitter.com/widgets.js" >#Kaalakaandi Fri 1.25 cr, Sat 1.20 cr. Total: ₹ 2.45 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) January 14, 2018
‘कालाकांडी’ की स्टारकास्ट में सैफ अली खान के अलावा विजय राज, दीपक डोबरियाल, अक्षय ओबेरॉय और कुनाल रॉय कपूर, सुने हुए नाम हैं। यह फिल्म एक डार्क कॉमेडी है, इसके डायरेक्टर ‘डेल्ही-बेली’ लिखने वाले अक्षत वर्मा हैं, ये अक्षत का डायरेक्टोरियल डेब्यू है। ‘कालाकांडी’ की पहले दिन की कमाई 1.25 करोड़ थी, दूसरे दिन इस फिल्म ने 1.20 करोड़ रूपए कमाए हैं। तीसरी फिल्म ‘1921’ के डायरेक्टर विक्रम भट्ट हैं जो अपनी हॉरर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। फिल्म में मुख्य भूमिका में एक्ट्रेस ज़रीन खान और टीवी एक्टर करण कुंद्रा हैं।
undefined src="https://platform.twitter.com/widgets.js" >#1921Movie Fri 1.56 cr, Sat 2.09 cr. Total: ₹ 3.65 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) January 14, 2018
बॉक्स-ऑफिस पर पहले दिन इसकी कमाई 1.56 करोड़ और दूसरे दिन 2.09 करोड़ रही।
‘मुक्काबाज़’ को माउथ-पब्लिसिटी मिल रही है और इससे इसकी कमी के और भी बढ़ने के आसार हैं।