अपनी पहली ही फिल्म में मर गए ये हीरो-हिरोइन !
Updated : December 20, 2019 10:00 AM ISTकिसी भी एक्टर के लिए उसकी पहली फिल्म, पहला रोल बहुत अहम होता है। आगे चलकर कोई एक्टर भले 25 भाषाओं की फ़िल्में कर के पॉपुलर हो जाए लेकिन उसे अपना पहला रोल कभी नहीं भूलता। लेकिन, सोच के देखिए कैसा लगता होगा, जब डायरेक्टर कहता होगा कि इस फिल्म में आपका कैरेक्टर मर जाएगा ! मगर सच में बहुत से एक्टर्स के साथ ऐसा हुआ है कि उनकी पहली ही फिल्म में उनका किरदार मर जाता है। हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म ‘धड़क’ से डेब्यू कर रहे ईशान खट्टर का किरदार भी उनकी पहली ही फिल्म में मार दिया गया। बताइए, क्या बीती होगी बेचारे पर !
आइए आपको बताते हैं उन एक्टर्स के बारे में जो अपनी पहली ही फिल्म में ईश्वर को प्यारे हो लिए-
शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर ने हाल ही में सुपरहिट मराठी फिल्म ‘सैराट’ के हिंदी रीमेक ‘धड़क’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया है। इस फिल्म में उनके साथ श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर भी डेब्यू कर रही हैं। मराठी की ओरिजिनल फिल्म सैराट देखने वालों को ये पता होगा कि उस फिल्म के आखिरी में हीरो और हीरोइन दोनों की मौत हो जाती है। ‘धड़क’ में भी कुछ ऐसा ही है और ईशान के किरदार की मौत हो जाती है। खैर, कम से कम जाह्नवी को तो मख्श दिया इन्होने !
अर्जुन कपूर ने अपनी पहली ही फिल्म से बहुत धमाल मचा दिया था, उनका स्टाइल और उनकी एक्टिंग की जनता दीवानी हो गई थी। ‘इशकज़ादे’ एक ऐसी लव स्टोरी थी जो लखनऊ जैसी देसी शहर में सेट थी और इसीलिए इस कहानी का फील ही बिल्कुल अलग था। लेकिन ऑडियंस को तब्ब बहुत बड़ा झटका लगा जब फिल्म के अंत में हीरो अर्जुन कपूर और हीरोइन परिणीती चोपड़ा, दोनों की मौत हो गई। वैसे ये कपूर्स को डेब्यू फील्म में मर जाने का क्या शौक है भई !
साउथ के ज़बरदस्त पॉपुलर स्टार धनुष ने अपना बॉलीवुड डेब्यू ‘रांझणा’ फिल्म से किया। इस फिल्म को आज एक कल्ट का दर्जा मिल चुका है और सोशल मीडिया पर ‘रांझणा’ के बहुत सारे फैन्स और फैन क्लब हैं। धनुष और सोनम की लव स्टोरी ने सभी का दिल जीत लिया था। लेकिन फिल्म के अंत में या कहें कि फिल्म की शुरुआत में ही धनुष के मरने का ऐसा सीन था जिसने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया था।
बॉलीवुड के सबसे आइकॉनिक कलाकारों में गिने जाने वाले आमिर खान और जूही चावला ने अपना डेब्यू एक साथ फिल्म ‘क़यामत से क़यामत तक’ से किया था। ये फिल्म लैला-मजनूं के मॉडर्न वर्ज़न की तरह थी। हीरो और हीरोइन को एक दूसरे से प्यार हो जाता है लेकिन उनके परिवार की आपस में दुश्मनी है। दोनों प्रेमी भाग जाते हैं और अंत में वाही होता है जो लैला-मजनूं के साथ हुआ था। प्यार का परिणाम दोनों की मौत !
फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ को बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक लक स्टोरीज़ में से एक माना जाता है। इस फिल्म में कमल हासन अपना बॉलीवुड डेब्यू कर रहे थे। कमल हासन तब साउथ में सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक थे और उनके साथ साउथ की कई फिल्मों में लीड रोल निभा चुकीं रति अग्निहोत्री भी इस फिल्म में उनके साथ डेब्यू कर रही थीं। ये फिल्म अपने वक़्त में बहुत बड़ी हिट थी।
मनोज बाजपाई बॉलीवुड के उन गिने-चुने एक्टर्स में से हैं, जिन्हें उनकी बॉडी या लुक्स के लिए नहीं बल्कि उनकी बेहतरीन एक्टिंग के लिए जाना जाता है। लेकिन यहां तक पहुँचने के लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी थी, उन्होंने कई फिल्मों में छोटे-छोटे रोल किए थे जिसके बाद उन्हें फिल्म ‘द्रोहकाल’ से डेब्यू करने का मौका मिला। हालांकि यह भी एक छोटा रोल ही था, लेकिन मनोज ने इस रोल में भी अपना टैलेंट अच्छे से सबके सामने रखा था।
आज जॉन ने बेहतरीन बॉडी बना ली है और एकदम रेसलर जैसे दिखते हैं। जॉन इन दिनों फिल्मों में एक्टिंग कम करते हैं और डोले ज़्यादा चमकाते हैं। लेकिन एक वक़्त ऐसा था जब जॉन को उनकी एक्टिंग के लिए भी बहुत तारीफें मिलती थीं। उनकी पहली फिल्म ‘जिस्म’ ऐसी ही थी। इस फिल्म में जॉन ने कबीर नाम का किरदार निभाया था, जो फिल्म के आखिर में मर जाता है। लेकिन जॉन का काम लोगों को बहुत पसंद आया था।
बॉलीवुड की यंग एक्ट्रेसेज़ में से एक दिशा पटनी ने, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक ‘एम एस धोनी’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म में दिशा ने धोनी की पहली गर्लफ्रेंड का किरदार निभाया था, जिसकी एक सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी। फिल्म में दिशा के किरदार को मरते देखना बहुत दुःख भरा था और ऑडियंस को बहुत झटका लगा था। वैसे दिशा अपनी अगली फिल्म ‘बाग़ी 2’ में भी मर गई थीं।
टीवी पर बेहद पॉपुलर एक्टर राजीव खंडेलवाल ने फिल्म ‘आमिर’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। ये फिल्म एक आम आदमी के टेररिस्ट बनने की कहानी थी। ये फिल्म बॉक्स-ऑफिस पर तो बहुत बड़ी हिट नहीं रही थी, लेकिन राजीव की परफॉरमेंस को इस फिल्म में बहुत सराहा गया था। फिल्म के अंत में राजीव का किरदार मर जाता है और उसकी मौत साधारण नहीं होती। बल्कि उनका किरदार मरते-मरते भी बहुत अच्छा सन्देश दे जाता है।
‘मसान’ बहुत ही सीधी-सादी लेकिन बेहद परतदार प्रेम कहानी थी। इस फिल्म से विकी कौशल और श्वेता त्रिपाठी अपना बॉलीवुड डेब्यू कर रहे थे। फिल्म के लीड कपल के रूप में विकी और श्वेता की केमिस्ट्री बेहद खूबसूरत थी। लेकिन इस प्रेम कहानी का अंत बहुत बुरा होता है और एक सड़क हादसे में श्वेता के किरदार की मौत हो जाती है। ये फिल्म को एक नया मोड देती है, लेकिन फिल्म में श्वेता की एक्टिंग बहुत ही लाजवाब थी।
डायरेक्टर अनुराग कश्यप की फ़िल्में बहुत डार्क होती हैं। इन्हें देखते देखते आदमी की जिंदगी के बारे में सोच बदल जाती है।, उनकी ऐसी ही एक फिल्म थी ‘रमन राघव 2।0’। ये फिल्म इंसान के अन्दर की डार्क साइड को इतने बेहतरीन तरीके से दिखाती है कि हॉल से बाहर निकलता आदमी सुन्न हो जाता है। इस फिल्म की एक्ट्रेस शोभिता ने बहुत बेहतरी परफॉरमेंस दी थी लेकिन उनके किरदार को फिल्म में मरना पड़ता है, क्योंकि भई अनुराग कश्यप की फिल्म है ना !
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