सोनाक्षी सिन्हा की ये फिल्म सबूत हैं कि उन्हें बॉलीवुड में रिस्क लेना छोड़ देना चाहिए !
Updated : December 30, 2019 01:00 AM ISTसोनाक्षी सिन्हा बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेसेज में से एक हैं। सलमान खान की फिल्म दबंग से बॉलीवुड में एंट्री करने वाली सोनाक्षी आज अपने करियर में काफी आगे निकल आई हैं। उन्होंने हम सभी की कुछ फेवरेट फिल्मों जैसे राऊडी राठौड़, दबंद, दबंग 2 जैसी फिल्मों में काम किया है। लेकिन सोनाक्षी को हमेशा जनता से प्यार नहीं मिला।
हाल ही में बॉम्बे टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में सोनाक्षी ने अपनी फिल्मों के चुनाव के बारे में बात करते हुए कहा कि एक एक्टर के लिए अलग-अलग समय पर अलग-अलग चीजें मायने रखती हैं। हाल के समय में हमारा सिनेमा बदल गया है और बहुत सी फ़िल्मों को अब दर्शकों द्वारा अपनाया जा रहा है। जहाँ उनके करियर का हर पढ़ाव संतुष्टि भरा रहा है वहीं उनकी फिल्म चुनने की प्रक्रिया में बदलाव आया है। सोनाक्षी ने कहा कि उनकी की हुई हर फिल्म ने उन्हें ऐसी जगह पर पहुँचने में मदद की है, जहाँ वे और ज्याद रिस्क ले सकती हैं। इसकी वजह से उन्हें ताकत मिली है और उन्होंने अपने कन्धों पर एक पूरी फिल्म को चलाना सीखा है।
हमें सोनाक्षी की इस बात से थोड़ा दिक्कत है। क्योंकि जितना हमने ध्यान दिया है, जब-जब सोनाक्षी ने बॉलीवुड में रिस्क लिया है वो बुरी तरह फेल हुई हैं। यकीन नहीं होता तो आइये बताये -
अकीरा
ये सोनाक्षी की पहली बतौर सिंगल लीड फिल्म थी, जिसे उन्हें खुद अपने कन्धों पर चलाना था। जब सोनाक्षी कहती हैं कि उनकी फिल्म का चुनाव करने की प्रक्रिया में बदलाव आया है तो हम उनसे सहमत होते हैं क्योंकि ये एक ऐसी फिल्म है, जिसे उन्हें कभी नहीं करना चाहिए था। खराब कहानी, बिना वजह की लड़ाई, ना खुश करने वाली परफॉरमेंस, फिल्म अकीरा वो बिल्कुल नहीं थी जो जनता ने सोचा था।
नूर
एक और रिस्क जो सोनाक्षी ने लिया और जो फेल हो गया। नूर एक पत्रकार पर बनी फिल्म थी, जो अपने आप को बड़ी मुश्किलों में फंसा पाती है। जहाँ इस फिल्म की कहानी ठीकठाक थी वहीं इसने दर्शकों पर उतना अच्छा प्रभाव नहीं डाला। इतना ही नहीं इस फिल्म से किसी भी एक्टर की परफॉरमेंस ने अलग हटकर कुछ कमाल नहीं किया।
जोकर
अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा की जोड़ी ने साथ में राऊडी राठौड़ और वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा जैसी फ़िल्में दी हैं। इसमें से एक जहाँ सुपरहिट थी तो वहीं दूसरी को जनता से ठीकठाक रेस्पोंस मिला था। लेकिन इन दोनों का जोकर जैसी फिल्म करना काफी खराब रहा। इस फिल्म को देखने के बाद सभी के मन में अनगिनत सवाल थे। ये फिल्म क्यों बनाई गयी, इसे बनाने का असली मकसद आखिर था क्या, फिल्म में हो क्या रहा था, इसे बनाने का ख्याल ही किसका था और सबसे बड़ी बात सोनाक्षी ने आखिर ये फिल्म साईन ही क्यों की???
लूटेरा
ये सोनाक्षी के करियर की सबसे अच्छी फिल्म है। इस फिल्म में सोनाक्षी ने अपने करियर की सबसे बढ़िया परफॉरमेंस दी थी और इसकी बुराई कोई भी नहीं कर सकता, ये इतनी अच्छी थी। लेकिन ये भी दुर्भाग्यवश उन फिल्मों में से एक है, जो सोनाक्षी के लिए नहीं चली। इस फिल्म की मार्केटिंग अच्छी नहीं हुई थी और जनता को काफी हद तक इससे अपने आप को जोड़ने में दिक्कत हुई।
वेलकम टू न्यूयॉर्क
इस फिल्म के बारे में जितनी बुराई की जाए कम है। 3 करोड़ के बजट में बनी ये फिल्म एक-एक रुपये का नुकसान है। सोनाक्षी सिन्हा, दिलजीत दोसांझ, करण जौहर, लारा दत्ता और बोमन ईरानी की स्टारकास्ट के साथ बनी इस फिल्म की शुरुआत से लेकर अंत तक हम यही पूछ रहे थे ये क्या है? ये क्यों है? इसे नहीं होना चाहिए था!