विश्वरूपम 2: फ्लॉप कहानी लेकिन दमदार एक्शन और जबरदस्त परफॉरमेंस से भरी हुई है फिल्म !
Updated : August 10, 2018 06:29 PM ISTआज कमल हासन स्टारर फिल्म व्ए'विश्वरूपम 2' सभी सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई है ! हमेशा की तरह अपनी फिल्मों से कमाल करने वाले कमल हासन इस फिल्म के जरिये भी कुछ अलग करने की कोशिश करते हैं। उनकी फ़िल्में दमदार एक्शन, ड्रामा और थ्रिलर से भरी हुई होती है। साथ ही उनकी जबरदस्त परफॉरमेंस फिल्म को खास बना देती है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला आज रिलीज़ हुई फिल्म ‘विश्वरूपम 2’ में। साल 2013 में कमल हासन इसका पहला पार्ट लेकर आये थे जिसका बहुत विरोध हुआ था। लेकिन इसके दूसरे भाग में उन्होंने किसी भी तरह के विवाद को दूर रखा गया है। फिल्म को लिखने और डायरेक्शन का काम भी कमल हासन ने ही किया है। इसके अलावा फिल्म में पूजा कुमार, शेखर कपूर, वहीदा रहमान जयदीप अहलावत, राहुल बोस और ऐंड्रिया जेरेमिया मुख्य किरदार में हैं।
फिल्म की कहानी की बात करें तो कमल हासन एक रॉ एजेंट विशाम अहमद कश्मीरी के किरदार में हैं। जो आतंकवाद जैसे मुद्दे से लड़ते दिखाई देते हैं। इस मिशन में उनकी पत्नी बनी निरुपमा (पूजा कुमार) और उनकी असिस्टेंट अस्मिता (ऐंड्रिया जेरेमिया) उनकी मदद करती हैं। विशाम का मकसद है कुरैशी (राहुल बोस) जो जिहाद के नाम पर दुनिया में आतंक फैला रहा है उसका खात्मा करना। साथ ही देश में होने वाले आतंकवादी घटनाओं से बचाना।
कमी की बात करें तो इस फिल्म की कहानी इसकी सबसे कमजोर कड़ी है। सीन कहां से शुरू होता है और कब खत्म समझ नहीं आता। कहानी अपने आप में काफी उलझी हुई है। सीन्स आपस में मेल नहीं खाते। और उससे भी ज्यादा एडिटिंग बेहद फीकी है। हाँ, एकाध एक्शन सीन्स आपको पसंद आयेंगे। खासकर पानी के अन्दर वाले सीन शायद दिल खुश कर दें। इसके अलावा पूरी फिल्म में कुछ खास नहीं मिलेगा। डायरेक्शन के मामले में कमल हासन कुछ खास कमाल नहीं कर पाए।
अगर परफॉरमेंस की बात की जाए तो इस उम्र में भी कमल हासन ने कमाल कर दिया है। वो एक्शन के अलावा रोमांटिक सीन्स में भी अच्छे लगे हैं। पूजा बोस और ऐंड्रिया जेरेमिया के बीच की दोस्ती और फिर मीठी नोकझोंकआपको बोर होने से बचाती है। इसके अलावा राहुल बोस और जयदीप अहलावत फिल्म में विलेन बने हैं। आतंकवादी होने के नाते इनका रोल और दमदार होना चाहिए था। जो फिल्म में नहीं था। वहीं लम्बे समय बाद शेखर कपूर को स्क्रीन पर देखना सुखद था। लेकिन उनका करैक्टर इतने अच्छे से बढाया नहीं गया।
फिल्म सिर्फ एक्शन, ड्रामा थ्रिलर फ़िल्में देखने वालों के लिए बनाई गई है। अगर आपको भी इस तरह की फिल्म देखने के शौक़ीन हैं तो इस वीकेंड ये फिल्म देखी जा सकती है।