चाशनी से लेकर गरम चाय की प्याली तक, जब सलमान खान ने भूख को समझ लिया प्यार !
जब सलमान खान ने भूख को समझ लिया प्यार !
Updated : June 13, 2019 06:34 PM ISTसलमान खान भले ही रोमांस के किंग ना हो लेकिन वो जो भी करते हैं उसमें अपना अलग फ्लेवर और रंग ज़रूर मिला देते हैं। अपने रोमांटिक और इमोशनल गानों में भी सलमान एक एलिमेंट ज़रूर ऐसा जोड़ते हैं, जो उन्हें सबसे लग बनाता है। जहाँ हमने सलमान के स्टाइल्स को उनके गानों में देखा है वहीं सलमान का खाने को लेकर प्यार एक ऐसी खासियत है, जो हमें सालों से उनके गानों में सुनने को मिल रही है। यहाँ तक कि हमें तो लगता है कि सलमान खान अपने गानों में रोमांस के नाम पर अपनी खाने की भूख की बात करते हैं।
फिल्म भारत के उनके नये गाने चाशनी से लेकर गरम चाय की प्याली तक, गाना सलमान की पहली पसंद रहा है। तभी तो सलमान ने सालों से प्यार, रोमांस और भूख को साथ में खूब कंफ्यूज किया है। आइये आपको इस बात का सबूत भी दे दें !
चाशनी
फिल्म भारत के गाने में सलमान, जलेबी खाती हुई कैटरीना के लिए गाना गा हैं, 'तू बन जा मेरी इश्क की चाशनी।' क्या सलमान को कैटरीना का प्यार चाहिए या उनकी जलेबी? मुझे तो समझ नहीं आया!
आज उनसे मिलना है हमें
दुनिया में कोई रिश्ता वैसा नहीं है जैसा दो खाने से प्यार करने वालों का होता है। अगर आपका और आपके दोस्त का भी यही हाल है तो 'थोड़ी गुजिया-वुजिया लेते चलें, थोड़ी बर्फी-वर्फी लेते चलें, शायद आपके लिए सबसे रोमांटिक गाना होगा। इस गाने में सलमान अपनी प्रेमिका के लिए सही स्नैक्स चुनने की कोशिश ज्यादा और प्रेमिका से प्यार का इज़हार कम कर रहे हैं।
चिकन कुकड़ूकू
सलमान खान का ये गाना हर चिकन प्रेमी के सपनों जैसा है। अगर आप खाने के शौक़ीन हैं तो आपको वो इन्सान बेहद पसंद आएगा जो चिकन, बिरयानी, नल्ली नहारी और बाकी नॉन-वेजीटेरियन डिशेज के लिए प्यार जताते इस गाने पर नाचता हो।
गरम चाय की प्याली हो
हम सभी के पास अपने पार्टनर के सिलेक्शन की क लिस्ट होती है, किसी इन्सान में अगर हमारी पसंद की बातें मिल जाए तो हम उसे अपना बना लेना चाहते हैं। लेकिन पता है सलमान खान की पार्टनर की लिस्ट में क्या है? 'एक गरम चाय की प्याली हो, कोई उसको पिलाने वाली है।' सल्लू मियां आपको प्यार नहीं चाय की ज़रूरत है।
जूते दे दो
''कुछ ठंडा पी लो, मूड नहीं है
दही वडे लो, मूड नहीं है
कुल्फी खा लो, बहुत खा चुके
पा खा लो, बहुत खा चुके
बहुत खा चुके, बहुत खा चुके
अजी रसमलाई, आपके लिए
इतनी मिठाई, आपके लिए
पहले जूते, खायेंगे क्या
आपकी मर्ज़ी, ना जी तौबा, ना जी तौबा''
ये छेड़छाड़ वाला गाना है या फिर किसी अग्रवाल स्वीट्स का मेनू बताया जा रहा है? सोचकर देखिये !