जॉन अब्राहम की फिल्म 'सत्यमेव जयते' को देखकर आपको इन 5 फिल्मों की याद आयेगी !
Updated : February 04, 2019 10:30 PM ISTजॉन अब्राहम की फिल्म 'सत्यमेव जयते' रिलीज़ हो चुकी है और इसे देखकर लगता है कि ये किसी दूसरे ज़माने में बननी चाहिए थी। जहाँ एक तरफ बॉलीवुड के फिल्मकार नयी और फ्रेश कहानियां लाकर नयी ऊंचाईयों को छूने की कोशिश कर रहे हैं वहीं डायरेक्टर मिलाप जावेरी ने चार कदम पीछे जाकर बॉलीवुड के एंग्री यंग मैन के ज़माने की फिल्म बनाई है जो बाप की मौत के बदले और भ्रष्ट पुलिसवालों पर है।
आइये आपको बताते हैं कि इस फिल्म को देखते हुए आपको कौन-सी 5 फिल्मों की याद आयेगी -
ध्यान दें: आगे स्पोइलेर हैं, अपने रिस्क पर पढ़ें -
दीवार
किसी को भी फिल्म 'दीवार' के जैसा कुछ करने के लिए बहुत हिम्मत की ज़रूरत है। फिल्म 'सत्यमेव जयते' में दोनों भाईयों को कानून के अलग-अलग तरफ खड़ा देखकर आपको सीधे फिल्म 'दीवार' की याद आयेगी जहाँ अमिताभ बच्चन एक माफिया थे और उनके भाई बने शशि कपूर पुलिसवाले। इसके अलावा दोनों भाईयों का अपने पिता के नाम से कलंक मिटाने का आईडिया भी अलग-अलग था, जिससे आपको अमिताभ का वो सेन याद आयेगा, जिसमें वो कहते हैं, 'जाओ पहले उस आदमी का साईन लेकर आओ, जिसने मेरे हाथ पर ये लिखा था मेरा बाप चोर है।'
क्या याद मिलाप जावेरी!
परवरिश
ये एक और ऐसी फिल्म है, जिसमें आप दो भाईयों का प्यार भरा रिश्ता देखते हैं और ये दोनों की कानून के अलग तरफ हैं। जैसे इस फिल्म में विनोद खन्ना दोहरी ज़िन्दगी जीते हैं और अपनी असलियत को एनजीओ में काम करने वाले की पीछे छुपाते हैं वैसे कि 'सत्यमेव जयते' में जॉन ने किया है। जॉन फिल्म में भ्रष्ट पुलिसवालों का खून करते हैं और प्रोफेशन से आर्टिस्ट हैं।
गुंडा
मिथुन चक्रबर्ती की ये फिल्म 'सत्यमेव जयते' से सिर्फ हिंसा के मामले में ही नहीं एक और चीज़ में मिलते है। जैसे फिल्म 'गुंडा' में हीरो और विलेन गुस्से में बातों की जुगलबंदी करते हैं और लोग मरने से पहले दो लाइन बोलते हैं, वैसे ही 'सत्यमेव जयते' में भी जॉन किसी भी पुलिसवाले को मारने से पहले एक संस्कृत की कविता तो ज़रूर बोलते हैं।
अग्निपथ
'सत्यमेव जयते' देखते हुए एक और फिल्म जो आपको याद आयेगी वो है 'अग्निपथ'! खासकर वो जिसमें ऋतिक रोशन हैं। जैसे कि खूनखराबा और आग दिखाना काफी नहीं था, इस फिल्म में दिखाया गया ईमानदार बाप की मौत का बदला का कांसेप्ट फिल्म 'अग्निपथ' से लिया हुआ लगता है। ये भी ध्यान देने वाली बात है कि फिल्म 'अग्निपथ' में एक्टर चेतन पंडित ने ऋतिक रोशन के पिता का रोल निभाया था और इस फिल्म में भी जॉन और मनोज बाजपाई के पिता चेतन पंडित ही बने हैं।
गब्बर इज बैक
'सत्यमेव जयते' में जॉन का किलर होना और भ्रष्ट पुलिसवालों को मरना और बच के निकल जाने का आईडिया अक्षय कुमार की फिल्म 'गब्बर इज बैक' से लिया गया लगता है। साल 2012 में आई ये फिल्म साल 2002 में आई फिल्म 'रमन्ना' का रीमेक थी। डायरेक्टर मिलाप जावेरी ने भी क्या असली कहानी दिखाई है, वाह!