अमिताभ बच्चन को हर्षदीप कौर का भजन सुनकर आई मां की याद, बाताया इलाहाबाद से दिल्ली आने का किस्सा!
अमिताभ बच्चन को हर्षदीप कौर का भजन सुनकर आई मां की याद
Updated : March 19, 2020 03:24 PM ISTबॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहते हैं और अक्सर कुछ न कुछ खूबसूरत पोस्ट करते रहते है। कोरोनावायरस जैसी खतरनाक महामारी के दौर में अमिताभ की सोशल पोस्ट्स लोगों को काफी राहत देने वाली हैं। कोविड-19 को लेकर जागरूकता भरी कई पोस्ट करने के बाद अमिताभ आज हर्षदीप कौर की आवाज़ में एक बेहद खूबसूरत सबद सुनकर यादों के गलियारे में पहुँच गए। इन यादों से निकाल के अमिताभ ने अपने फैन्स के साथ एक छोटा सा किस्सा भी साझा किया और अपनी मां स्वर्गीय तेजी बच्चन को भी याद किया।
undefined src="https://platform.twitter.com/widgets.js" >Taati Vaao Na Lagai, PaarBrahm Sarnaai…”
— Harshdeep Kaur (@HarshdeepKaur) March 19, 2020
It means, “The hot winds cannot touch me; I am sheltered by the Divine.”
My mother sang it to me whenever I was scared..
Dedicating it to people around the world.. during this stressful time ??
Recorded Live with my dear @Gulraj_Singh pic.twitter.com/lXi3pTbsvj
दरअसल, हर्षदीप ने अपनी खूबसूरत आवाज़ में मशहूर सबद (पंजाबी भजन) ‘ताती वाओ न लगई’ गाते हुए एक वीडियो शेयर किया। इस सबद का मतलब है ‘जो उस ईश्वर की शरण में है, उसके पंखों को गर्म हवाएं नहीं छू सकतीं।’ वीडियो शेयर करते हर्षदीप ने लिखा, ‘मैं जब भी डरी होती थी, मेरी मां मेरे लिए ये गाती थीं... इस चिंता भरे समय में सारी दुनिया के लोगों को समर्पित।’
undefined src="https://platform.twitter.com/widgets.js" >Thank you so much Harshdeep ji .. brought back memories of my Mother, who sang this to me throughout my early years .. and when we shifted from Allahabad to Delhi, she drove herself with my brother and me in our car from Allahabad to Delhi , just reciting 'taati vaao na lagai .." https://t.co/n9i3SSAnwK
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) March 19, 2020
अमिताभ ने ये ट्वीट रीपोस्ट किया और इस सबद से जुड़ी अपनी याद बताते हुए लिखा, ‘शुक्रिया हर्षदीप जी.. मेरी मां की यादें लौट आईं, जिन्होंने मेरे शुरूआती सालों में मेरे लिए ये गाया है.. और जब हम इलाहाबाद से दिल्ली शिफ्ट हुए, तो उन्होंने मेरे भाई और मेरे साथ खुद इलाहाबाद से दिल्ली तक ड्राइव किया, सिर्फ़ ‘ताती वाओ न लगई’ जपते हुए..’