अपनी किताब में ऋषि कपूर ने ये कहा है अमिताभ बच्चन के बारे में !
एक्टर ऋषि कपूर की बायोग्राफी 'खुल्लम खुल्ला' अनसेंसर्ड हर किसी के बीच चर्चा का हिस्सा बन गयी है। इस किताब में ऋषि ने कई चीज़ों के बारे में बात की है। ऋषि कपूर को बेहद ईमानदारी से अपनी बात कहने के लिए जाना जाता है और ऋषि ने अपनी किताब में अमिताभ के बारे में कुछ ऐसी बातें की हैं, जिन्हें जानकार आपको झटका लगेगा।
अपनी किताब में ऋषि ने लिखा, 'अमिताभ के बारे में बात करें तो मैं ये ज़रूर कहना चाहूँगा कि मुझे आज भी अमिताभ से जुड़ी कुछ परेशानियाँ हैं। हमारे समय में एक ऑल-स्टार फिल्म में काम करने का सबसे नुकसान था कि सब एक्शन फ़िल्में बनाना चाहते थे, जिसका मतलब था कि जो एक्शन सीन ढंग से कर सकता है उसही को सबसे अच्छा किरदार मिलेगा। डायरेक्टर्स और राइटर्स ने सबसे ताकतवर और मुख्य रोल्स अमिताभ बच्चन के लिए रखे थे। फिल्म 'कभी कभी' के अलावा मुझे कभी भी कोई मुलती-स्टारर फिल्म ऐसी नहीं मिली जिसमें मेरे लिए कोई किरदार ख़ास लिखा गया हो।'
उन्होंने कहा, 'इस बात में कोई शक़ नहीं है कि अमिताभ एक बेहतरीन कलाकार हैं और उस समय पर वे बॉक्स-ऑफिस के शहंशाह थे। वे एक्शन हीरो थे, एंग्री यंग मैन थे। इसीलिए उनके लिए रोल्स लिखे जाते थे। चाहे हम छोटे स्टार्स रहे हों लेकिन हम कम नहीं थे। फिर उनकी बराबरी करनी पड़ती थी। सभी उन्हें हमसे ज़्यादा फायदा देते थे और हमें अपनी मौजूदगी का एहसास दिलाना पड़ता था।'
इसके आगे उन्होंने लिखे, 'लेकिन ये बात अमिताभ ने कभी किसी भी इंटरव्यू या किताब में नहीं मानी। उन्होंने कभी अपने साथी कलाकारों को क्रेडिट नहीं दिया। उन्होंने अपने डायरेक्टर्स और राइटर्स, सलीम-जावेद, मनमोहन देसाई, प्रकाश मेहता, यश चोपड़ा और रमेश सिप्पी को भरपूर श्रेय दिया। लेकिन ये भी सच हैं कि उनके साथी कलाकारों को उनकी सफलता में बराबर का हाथ है। चाहे वे फिल्म 'दीवार' में शशि कपूर हों, 'अमर अकबर एंथनी' में ऋषि कपूर हो, विनोद खन्ना, शत्रुघ्न सिन्हा या धर्मेंद्र इन सभी ने अमिताभ की फ़िल्मों की सफलता में योगदान दिया है। इस बात को कोई स्वीकार नहीं करता, लेकिन यही उस समय होता था और हमने इस बात को स्वीकारा था।'