‘अलीगढ़’ में निभाय मेरे किरदार ने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया: मनोज बाजपेयी

    ‘अलीगढ़’ में निभाय मेरे किरदार ने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया: मनोज बाजपेयी

    मनोज बाजपेयी ने हाल ही में खुलासा किया है कि हंसल मेहता द्वारा निर्देशित फिल्म ‘अलीगढ़’ में उनके किरदार ने उन्हें एक बेहतर इंसान बनाया है। फिल्म में ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के यह स्टार एक होमोसेक्सुअल प्रोफेसर का किरदार निभा रहे हैं। ‘अलीगढ़’ को काफी सराहना मिली थी और 20 वीं बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल और लंडन फिल्म फेस्टिवल में स्टैंडिंग ओवेशन भी मिला था। 

    ‘आरक्षण’ के अभिनेता ने आईएएनएस से कहा, "अलीगढ़ में मेरा किरदार बहुत नम्र और साफ दिल वाला है जिसने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया। मैने उसके जैसा नोबल इंसान नहीं देखा। यह बहुत अच्छी स्टोरी है। आप इस किरदार की भावनाओं में बह जाएंगे।"

    ‘राजनीति’ के स्टार का किरदार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर श्रीनिवास रामचंद्र सिरस से प्रेरित है जिन्हे होमोसेक्सुअल होने के कारण निकाला गया था। ‘स्पेशल 26’ के अभिनेता ने आगे कहा, "किसी और का किरदार निभाना मुश्किल काम होता है और सीरियस एक्टिंग करते वक़्त किसी की आत्मा और किसी के सफर को समझना भी कठिन है। तो इससे बड़ी ख़ुशी की बात कुछ नहीं होती कि आप अपने किरदार के जैसे हो।" 

    ‘अलीगढ़’ में निभाय मेरे किरदार ने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया: मनोज बाजपेयी