पश्चिम बंगाल की किताब में मिल्खा सिंह की तस्वीर की जगह छपी फरहान अख्तर की तस्वीर !

    पश्चिम बंगाल की किताब में मिल्खा सिंह की तस्वीर की जगह छपी फरहान अख्तर की तस्वीर !

    इंसान गलतियों का पुतला है, ये तो आपने सुना ही होगा। लेकिन क्या एक बहुत बड़ी गलती को यूँ ही नज़रअंदाज़ करना और माफ़ कर देना गलत नहीं है?

    हाल ही में एक हास्यास्पद बात हुई और वो ये कि पश्चिम बंगाल की किताब में ओलंपिक्स के समय भारतीय खिलाड़ियों की परफॉरमेंस के चैप्टर में असली खिलाड़ी मिल्खा सिंह की जगह फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' के फरहान अख्तर की तस्वीर देखी गयी।

    पश्चिम बंगाल की किताब में मिल्खा सिंह की तस्वीर की जगह छपी फरहान अख्तर की तस्वीर !

    इस तस्वीर को एक ट्विटर यूज़र ने देखा और शेयर किया। एक्टर फरहान अख्तर ने भी इस बात पर जल्दी गौर करते हुए पश्चिम बंगाल के एजुकेशन मिनिस्टर से निवेदन किया कि इस किताब की गलती को ठीक करके उनकी जगह असली मिल्खा सिंह की तस्वीर जल्द से जल्द लगाई जाए और किताबों को दोबारा पब्लिश किआ जाए, जिससे बच्चों को गलत जानकारी ना मिले।

    बता दें कि फरहान अख्तर ने डायरेक्टर राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' में मिल्खा सिंह का किरदार निभाया था और ये फिल्म मिल्खा सिंह के जीवन पर बनी थी। फिल्म में फरहान ने बहुत अच्छा काम किया था और वे बिल्कुल मिल्खा सिंह जैसे लग रहे थे। फरहान को देखकर खुद मिल्खा सिंह ने उनकी तारीफ की थी और कहा था कि वे खुद मिल्खा सिंह बन गये हैं।

    ये बात फनी होने के साथ-साथ परेशान करने वाली भी है क्योंकि इससे पता चलता है कि लोग चीजों को कितना नज़र अंदाज़ करते हैं। क्या सरकार को इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए कि बच्चों की किताबों में क्या छप रहा है और क्या इसमें कोई गलती तो नहीं है? साथ ही इस बात को लेकर किसी भी बच्चे के माता-पिता और उनके टीचर्स ने अभी तक कोई शिकायत क्यों नहीं की?