'की एंड का' फिल्म रिव्यू : सोचिये मत, देख आइये !

    'की एंड का' फिल्म रिव्यू : सोचिये मत, देख आइये !

    करीना कपूर खान और अर्जुन कपूर की ताज़गी भरी यह जोड़ी इस नयी फिल्म में एक अलग परस्पेक्टिव लेकर आई है। यह फिल्म वैसी नहीं है जैसी आपने सोची होगी क्योंकि यह सारे स्टीरियोटाइप्स को बिलकुल वैसा ही रखती है जैसा हम और आप रोज़ अपनी ज़िन्दगी में देखते हैं। पर हाँ, जो सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण बात है वह ये है कि सेकंड हाफ तक आते-आते यह फिल्म ऐसा पलटा खाती है जो पूरे अनुभव को बेहतरीन बना देता है।

    किया (करीना) एक बेहद करियर ओरिएंटेड , डोमिनेटिंग महिला का किरदार निभा रही हैं जो घर-परिवार के झंझट में नहीं फँसना चाहती, और कबीर ( अर्जुन कपूर) एक घरेलू पति का किरदार  निभा रहे हैं।  ये दोनों मिलते हैं, प्यार होता है और इनकी शादी हो जाती है।  अब यहाँ से शुरू होता है ऐसा सफर जिसकी शुरुआत काफी अजीब सी लग सकती है लेकिन अंत तक आते-आते सब कुछ शीशे की तरह साफ़ हो जाता है।  

    Source : ibtimes.com

    किसी भी रिश्ते में यह महत्त्वपूर्ण नहीं होता कि कौन पुरुष है और कौन स्त्री।  कौन घर वाला है और कौन बाहरवाला , यह भी महत्त्वपूर्ण नहीं होता। महत्वपूर्ण होता है कि कमाने वाला कौन है ! उसी से निर्धारित होती है किसी की भी इम्पोर्टेंस। बाल्की ने इस फिल्म के माध्यम से दिखाया है कि भीतर से हम सब एक ही जैसे हैं।

    Source : ndtv.com

    अमिताभ बच्चन, जया बच्चन के गेस्ट रोल्स बेहद  हैं , आखिर के हिस्से में फिल्म काफी बेहतरीन बन पड़ी है।  यदि आप इस फिल्म को सामाजिक विज्ञान के पहलुओं पर जांचते   ,लेकिन हलके मनोरंजन के  फिल्म बेहद अच्छी है और अंत में आपको सोचने पर मजबूर अवश्य करेगी।