बिना किसी फ़िक्र के ऐश्वर्या राय ने रिजेक्ट कर दिए थे बॉलीवुड के ये ब्लॉकबस्टर रोल्स !
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो ये सोचते हैं कि अपने करियर के पीक पर रहकर एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय और भी बहुत कुछ हासिल कर सकती थीं, तो हम आपको इसके लिए और भी कारण दे सकते हैं। क्या हो अगर हम आपको बताएं कि 2004 में ऐश्वर्या को यश चोपड़ा की आइकॉनिक फिल्म वीर-ज़ारा में शाहरुख़ खान के सात देखा जा सकता था? चौंक गए न?
ऐसा कई बार हुआ है जब 90s में ऐश्वर्या ने कई फलदायी रोल्स को इनकार किया हो। जहां ऐश ने अपनी एक्टिंग स्किल्स को फिल्म 'देवदास' और 'हम दिल चुके सनम' के साथ बढ़ाया वहीं उनके फैन्स का ये मानना ज़रूरी है कि ऐश्वर्या ने कई बड़े अवसरों को छोड़ा है।
आइये आपको बताते हैं उन 10 फिल्मों के बारे ने जिन्हें ऐश्वर्या राय ने रिजेक्ट किया था।
राजा हिंदुस्तानी
1996 में आयी इस ब्लॉकबस्टर फिल्म में दर्शकों को आमिर खान के साथ ऐश्वर्या राय रोमांस करते नज़र आ सकते थे। लेकिन ऐश ने डायरेक्टर धर्मेश दर्शन के इस ऑफर को ठुकरा दिया था।
कुछ कुछ होता है
जब करण जौहर फिल्म 'कुछ कुछ होता है' में टीना का किरदार निभाने के लिए एक्ट्रेस की तलाश कर रहे थे, तब ऐश्वर्या भी इस रोल को ठुकराने वाली एक्ट्रेसेज़ में से एक थीं।
चलते चलते
इस फिल्म को ऐश्वर्या ने ठुकराया तो नहीं था लेकिन फिल्म के सेट्स पर सलमान ने होने वाली लड़ाई की वजह से ऐश्वर्या फिल्म छोड़ कर चली गयी थीं। इसके बाद रानी मुखर्जी को उनके बदले में लिया गया था।
मुन्ना भाई एमबीबीएस
ऐश ने राजू हिरानी के साथ उनकी पहली फिल्म में काम करने का अवसर खोया था। इस फिल्म के लिए ऐश्वर्या को तब लिया गया था जब शाहरुख़ खान को मुन्ना का रोल मिला था। लेकिन बाद में ये लीड कपल चेंज हो गया।
वीर ज़ारा
ऐश की सबसे महंगी गलती जिसका फायदा प्रीति ज़िंटा को मिला। ऐश्वर्या यश चोपड़ा की 'वीर ज़ारा' में लीड रोल कर सकती थीं लेकिन बात नहीं बनी।
ब्लफमास्टर
जब रोहन सिप्पी ने अपनी डेब्यू फिल्म 'कुछ न कहो' की अभिषेक और ऐश्वर्या की जोड़ी को दोबारा साथ लाने की कोशिश की तो ऐश्वर्या ने इस ऑफर को नहीं अपनाया।
क्रिश
फिल्म 'कहो न प्यार है' को ना कहने के बाद ऐश्वर्या ने दोबारा उसी टीम के दूसरे ऑफर को भी ठुकरा दिया था।
भूल भुलैया
ये इकलौता रोल है जिसे ऐश्वर्या के छोड़ने पर हमें कोई दुःख नहीं है क्योंकि इस रोल के ज़रिये जो जादू विद्या ने चलाया वो किसी के लिए सोचना मुश्किल था। हालांकि अगर ऐश ने ये रोल किया होता तो ये उनकी सफलता का एक और कारण बनता।
नमस्ते लन्दन
कैटरीना का सुन्दर और चुलबुला रोल ऐश्वर्या का हो सकता था अगर उन्होंने इस रोल को छोड़ने का फैसला नहीं किया होता। ऐश को ये किरदार खास पसंद नहीं आया था।
दोस्ताना
इस फिल्म में अभिषेक के साथ ऐश्वर्या की केमिस्ट्री देखना दिलचस्प होता। जबकि अभिषेक की ज़्यादा केमिस्ट्री जॉन अब्राहम के साथ चल रही हो। ऐश इस प्रोजेक्ट को करने के लिए इच्छुक नहीं थीं।
क्या आपको लगता है कि ऐश्वर्या ने बड़े अवसरों को छोड़ा है? क्यूंकि उन्होंने सही में काफी कुछ मिस कर दिया है। लेकिन जैसा कि बोला जाता है कि कान के रेड कारपेट पर चलना ऐश्वर्या को बॉलीवुड की हिट फ़िल्में देने से ज़्यादा ख़ुशी देता है।