काश बॉलीवुड के ये एक्टर्स अपने छुपे टैलेंट को छुपा कर ही रखते !
बॉलीवुड एक्टर्स हमें कई मायनों में इंस्पायर्ड करते हैं। कभी अपनी मेहनत और लगन, से कभी अपनी एक्टिंग स्किल से तो कभी अपने छुपे टैलेंट से। ये स्टार्स सिर्फ एक्टर्स नहीं बल्कि छुपे टैलेंट का भंडार है।
अब आलिया भट्ट हो या आयुष्मान खुराना इनके सिंगिंग के छुपे टैलेंट ने न सिर्फ अपनी ऑडियंस को इम्प्रेस किया बल्कि फिल्मों में भी खूब गाने गाये। वहीं आमिर खान चेस में माहिर है, सैफ अली खान गिटार अच्छा बजाते हैं और कंगना कुकिंग में एक्सपर्ट हैं। लेकिन तब क्या हो जब एक्टर्स के छुपे टैलेंट ने ऑडियंस का दिमाग ख़राब कर दिया।
एक तरफ जहाँ बॉलीवुड स्टार्स के छुपे टैलेंट ने हमें खुश कर दिया तो वहीं कुछ ऐसे एक्टर्स के पास भी टैलेंट है जिन्हें हमेशा छुपा ही रहना चाहिए था।
सलमान खान
ये तो हम अभी जानते हैं कि सलमान खान को गाना गाने का बहुत पसंद है। और आजकल वो अपनी हर फिल्म में अपनी आवाज देना चाहते हैं। सलमान का ये छुपा टैलेंट तब जा कर बाहर आया जब इन्होंने फिल्म ‘हीरो’ के टाइटल सॉंग ‘मैं हूँ हीरो तेरा’ को गाया। ये गाना तो फिर भी सुना जा सकता था लेकिन फिर सेल्फिश गाने से हमारी सलमान से सारी उम्मीदें टूट गई। सलमान को अपने इस छुपे हुए सिंगिंग टैलेंट को छुपा ही रहने देना चाहिए था।
सोनाक्षी सिन्हा
जब सोनाक्षी को फिल्म ‘दबंग’ में ‘थप्पड़ से डर नहीं लगता, प्यार से लगता है’ है डायलाग बोलते हुए सुना था। तब लगा सोनाक्षी एक्टिंग के मामले में कमाल हैं। लेकिन जब इन्होंने अपना छुपा टैलेंट दिखाते हुए जब ‘मूड है इश्कहोलिक’ गाया था। तब लगा कि सोनाक्षी अपने करियर को एक्टिंग में ही सिमित रखे तो सही ही है।
प्रिंस नारुला
प्रिंस नरूला की जिंदगी में सब कुछ सही तो चल रहा था। तीन सबसे पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस, स्पिटविला और रोडीस का ख़िताब इनके नाम था। टीवी सीरियल ‘बढ़ो बहु’ में लीड रोल निभा रहे थे। हालांकि एक्टिंग में कोई तब नहीं था। लेकिन लीड रोल में तो थे ही न। फिर क्या जरुरत थी गाना गाने की। अभी कुछ समय पहले प्रिंस ने अपना हिडन टैलेंट दुनिया को दिखाते हुए अपना म्यूजिक एल्बम रिलीज़ किया है। जिसे सुनने के बाद आप उसे दोबारा नहीं सुन पाओगे।
बॉबी देओल
बॉबी देओल का वो दिल्ली वाला इंसिडेंट तो याद ही होगा। जहाँ बोबी अपना छुपा टैलेंट दिखाते हुए दिल्ली के बार में डीजे वाले बाबु बन गए थे। बॉबी के इस टैलेंट से लोग इतना परेशान हो गए कि सभी ने रिफंड की मांग कर दी थी। अब अपने इस छुपे टैलेंट को ये छुपा कर ही रखते तो कितना सही होता।
मुकुल देव
मुकुल टीवी और बॉलीवुड के बड़े स्टार हैं। पिछली कुछ फिल्मों में इनके काम को भी बहुत पसंद किया है। आपको फिल्म ‘सन ऑफ़ सरदार’ और आर।।राजकुमार में इनकी परफॉरमेंस अच्छी लगी होगी। जब सब अच्छा था तो क्या जरूरत थी राइटिंग में भी हाथ अजमाने की। अब मुकुल देव ही वो थे जिन्होंने फिल्म ‘ओमेर्टा’ की स्क्रिप्ट लिखी थी। अगर स्क्रिप्ट में सुधर होता तो हंसल मेहता के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म थोड़ी और बेहतर होती।
अर्जुन रामपाल
अर्जुन का फ़िल्मी करियर ठीक-ठाक रहा है। कुछ फिल्मों में इनकी परफॉरमेंस को सराहा भी गया है। फिर चाहे राजनीती हो या रॉक ऑन अर्जुन अपनी एक्टिंग के बदौलत तारीफ पाते रहे हैं। लेकिन जब अर्जुन ने एक्टिंग की जगह स्क्रिप्ट राइटिंग पर ध्यान दिया तो मामला थोड़ा बिगड़ गया। आपको फिल्म ‘डैडी’ याद है? अगर नहीं तो आप गलत नहीं हैं। क्योंकि फिल्म कब आई और कब चली गई किसी को पता भी नहीं चला। इस फिल्म में अर्जुन गैंगस्टर अरुण गावली बने थे। इस फिल्म एम् न अर्जुन की एक्टिंग चली और न ही उनकी स्क्रिप्ट राइटिंग। अर्जुन यहाँ अपने छुपे टैलेंट की जगह अपनी एक्टिंग टैलेंट पर ज्यादा ध्यान देते तो शायद फिल्म को थोड़ा फायदा हो जाता।