रिव्यू: ऐसी है फिल्म 'फन्ने खां' में राजकुमार राव और ऐश्वर्या राय की केमिस्ट्री !
अनिल कपूर राजकुमार राव और ऐश्वर्या राय स्टारर फिल्म ‘फन्ने खां’ आज रिलीज़ हो गई है। फिल्म को ऑडियंस की तरफ से मिला जुला रिस्पोंस मिल रहा है। ये एक इमोशनल ड्रामा फिल्म है, जिसे अतुल मांजेकर ने डायरेक्ट किया है। साथ ही ये उनकी डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म है।
फिल्म एक ऐसे पिता प्रशांत शर्मा (अनिल कपूर) की कहानी है, जिसका सिंगर बनने का सपना पूरा नहीं होता लेकिन वो चाहता है कि उसकी बेटी लता शर्मा (पीहू सेंड) लता मंगेशकर जैसी सिंगर जरुर बन जाये। इसके लिए वो हर मुमकिन कोशिश करता है। लेकिन कहानी वहां खटकती हैं जब फिल्म को ओवर ड्रामेटिक बनाने की कोशिश की जाती है। खास कर फिल्म का अंत आपका दिमाग ख़राब कर सकता है। ये किसी टीवी सीरियल के ड्रामे से कम नहीं होगा।
फिल्म की कहानी ठीकठाक है लेकिन आज की ऑडियंस के हिसाब से नहीं है। फिल्म में बॉडी शेमिंग, वार्ड ड्रॉप मालफंक्शन से लेकर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में घुसने के लिए क्या सेक्रिफाइज करने पड़ते हैं, ये सब दिखाया गया है। लेकिन डायरेक्टर अतुल मांजेकर इसे सही तरह से समझाने में असफल रहे। फिल्म की एडिटिंग बेहद कमज़ोर है।
परफॉरमेंस के मामले में अगर ऐश्वर्या के किरदार बेबी सिंह को इग्नोर किया जाए तो सब ने अच्छा काम किया है। खासकर बाप-बेटी के रोल में नजर आये अनिल कपूर और पीहू सेंड की बोन्डिंग मज़ेदार है। जहां राजकुमार राव नज़र आये हैं वो सीन्स आपको खुश कर सकते हैं। हालांकि ऐश्वर्या के साथ उनकी केमिस्ट्री उतनी भी खास नहीं है। और न ही राजकुमार राव और अनिल कपूर की दोस्ती में वो बॉलीवुड फिल्मों के दोस्तों वाला दम है। हाँ, जो अच्छा है वो अनिल कपूर का रजनीकांत वाला लुक है, जिसे देख आप खूब एंटरटेन होंगे।
फिल्म एक म्यूजिकल ड्रामा होने के बाद भी इसका म्यूजिक सबसे कमजोर कड़ी है। फीके गाने, ऑडियंस को इम्प्रेस करने में फेल हुए हैं। वैसे अगर इस वीकेंड आपके पास करने को कुछ नहीं है तो इस फिल्म को देखने के बारे में सोच सकते हैं।