ऋतिक रोशन की फिल्म 'गुज़ारिश' की वजह से खराब हुई थी सलमान और भंसाली की दोस्ती !
साल 2010 में आई ऋतिक रोशन की फिल्म 'गुज़ारिश' बॉलीवुड में कुछ अलग लेकर आई थी। एक बेहद खूबसूरत ऐश्वर्या राय बच्चन और बिल्कुल बदले हुए अवतार में ए ऋतिक रोशन की इस फिल्म का जनता को बेसब्री से इंतज़ार था। संजय लीला भंसाली की फिल्म बनाई ये फिल्म उनकी बाकी फिल्मों से बिल्कुल अलग थी और एक अलग ही कहानी के बारे में बात करती थी। दुर्भाग्यवश ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली और कुछ ही लोगों को पसंद आई।
इस फिल्म के रिलीज़ से पहले और रिलीज़ के बाद काफी विवाद हुए थे। यहाँ तक कि सलमान खान और संजय लीला भंसाली की दोस्ती भी इस फिल्म के बाद खराब हो गयी थी। आइये आपको बताते हैं इस फिल्म से जुड़े विवादों के बारे में -
साहित्यिक चोरी का इल्जाम
फिल्म की कहानी को लेकर एक भारतीय लेखक दयानंद राजन ने ये दावा किया था कि उनकी अनपब्लिश किताब समर स्नो से फिल्म की कहानी उठायी गई है। दयानंद का कहना था कि फिल्म का मेन प्लाट, प्रेम कहानी, हीरो का एक्सीडेंट की वजह से व्हीलचेयर पर होना और फिल्म में इच्छामृत्यु दिखाया जाना, सबकुछ उनकी किताब से उठाया गया है। दयानंद की किताब और भंसाली की फिल्म के फ्लैशबैक में दिखाए जाने वाले पल भी एक जैसे थे। दोनों के बीच फर्क ये था कि फिल्म में हीरो की नर्स उसका ख्याल रखती है और किताब में हीरो की पत्नी उसका ख्याल रखती है। दयानंद ने इस फिल्म के प्रोड्यूसर्स को लीगल नोटिस भी भेजा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे उनकी किताब और फिल्म में समानताएं हैं। लेकिन संजय लीला भंसाली ने ये नोटिस स्वीकार ही नहीं किया।
यूथेनेसिया या इच्छामृत्यु का कांसेप्ट
ये भारत की पहली फिल्म है जो इच्छामृत्यु के बारे में बात करती है! फिल्म की रिलीज़ से एक महीने पहले आदित्य देवन नाम के एक वकील ने दिल्ली के हाई कोर्ट में इस फिल्म एक खिलाफ पीआईएल दर्ज करवाई थी। उनका कहना था कि ये फिल्म यूथेनेसिया यानी इच्छामृत्यु को बढ़ावा देती है, जो कि हमारे देश में गैर कानूनी है। आदित्य ने डिमांड की थी कि फिल्म की शुरुआत में डिस्क्लेमर माँगा था, जिसमें लिखा होना चाहिए कि भारत में इच्छामृत्यु गैर कानूनी है और इस बात पर वाद विवाद चल रहा है कि क्या इस तरह की मौत को कानूनी रूप से स्वीकार करना चाहिए या नहीं। हालाँकि बाद में कोर्ट ने मामले को यह कहकर खारिज कर दिया कि फिल्म के बारे कोर्ट को दिए गये तर्क पर्याप्त नहीं हैं और इसलिए कोर्ट इसपर फैसला नहीं कर सकता।
सलमान खान और संजय लीला भंसाली के बिगड़े रिश्ते
सलमान खान ने इस फिल्म के रिलीज़ होने के बाद एक अवार्ड फंक्शन में कहा था कि फिल्म को देखने के लिए कुत्ते भी नहीं आये। इसके अलावा भी सलमान ने भंसाली के बारे में कुछ खराब बातें कही थीं, जिसने सभी को बड़ा झटका लगा था। इसके बाद से सलमान खाना और संजय लीला भंसाली के रिश्तों में दरार आ गयी थी।
फिल्म के प्रोमो पर विवाद
फिल्म का पहला लुक आने के बाद एक और विवाद खड़ा हुआ, जिसका सामना फिल्म के मेकर्स और एक्टर्स को करना पड़ा। इस फिल्म के पहले लुक में ऐश्वर्या राय को एक गाड़ी में स्मोक करते दिखाया गया था, जिसके बाद भारत की नेशनल आर्गेनाईजेशन फॉर टोबाको इराडिकेशन ने ऐश्वर्या को लेटर लिखाकर उनके पूरे मुंबई शहर में लगे इन पोस्टर्स के बारे में चिंता जताई थी। इस आर्गेनाईजेशन के वक्ता ने कहा था कि ये कंपनी ऐश्वर्या को खुलेआम तंबाकू का प्रचार करने के लिए एंटी-टोबाको लॉ के तहत लीगल नोटिस भेजेगी।