रिव्यू: अभय देओल की फिल्म 'नानू की जानू' आपको डराएगी या हंसाएगी, जानिए यहां !
आपने बहुत सी भूतिया और डरावनी फ़िल्में देखी होंगी। कुछ को देख कर तो आप खूब डरे भी होंगे। लेकिन अभय देओल की फिल्म ‘नानू की जानू’ एक ऐसी फिल्म का मिश्रण है जो आपको डराएगी भी और हंसाएगी भी। इस फिल्म से लम्बे समय बाद अभय देओल ने बड़े परदे पर वापसी की है। फिल्म में उनके साथ पत्रलेखा, हिमानी शिवपुरी, बृजेन्द्र, काला, मनु ऋषि जैसे कलाकार हैं। फिल्म 2014 में आई तमिल फिल्म 'पिसासु' का हिंदी रीमेक है, जिसे ‘वॉर छोडो न यार’ जैसी फिल्म डायरेक्ट कर चुके फराज हैदर ने डायरेक्ट किया है।
फिल्म एक आत्मा और इन्सान की प्रेम कहानी है, जिसमें कॉमेडी का तड़का जबरदस्त तरीके से लगाया गया है। इस कॉमेडी फिल्म में अचानक से आये इस भूतिया तडके को आप खूब एन्जॉय करेंगे। फिल्म की शुरुआत में आपको सपना चौधरी का हरियाणवी डांस भी देखने को मिलेगा। जो मज़ेदार है। लेकिन इसके बाद भी काफी सारे एलेमेंट्स फिल्म को बोरिंग बनाते हैं, फिल्म में कोई लॉजिक नहीं है!
फिल्म में एक्टर्स ने बेहतरीन काम किया है। अभय देओल के एक्टिंग टैलेंट के बारे में तो हम सभी जानते हैं, इस फिल्म में भी उनकी एक्टिंग जबरदस्त है। सपोर्टिंग कास्ट को बिल्कुल नज़रन्दाज नहीं किया जा सकता। फिल्म की कमियों और खूबियों की बात की जाये तो इस फिल्म की सबसे बड़ी कमी यही है कि ये बिना किसी लॉजिक के बनाई गई फिल्म है। धीमी रफ़्तार है और बिना जरूरत के डाले गए सीन्स फिल्म को बोरिंग बनाते हैं। लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ हद तक आप कहानी से जुड़े रहते हैं और आगे की कहानी जानने के लिए उत्सुकता बनी रहती है।
फिल्म में एक आत्मा और इन्सान के बीच की लव स्टोरी को दिखाया गया है, जो बोरिंग लगता है ! लेकिन कॉमेडी सीन्स की कमी नहीं है, फिल्म आपको एंटरटेन जरुर करेंगी ..इसलिए एक बार तो ये फिल्म जरुर देखी जानी चाहिए !