असल ज़िन्दगी में हुई इन घटनाओं की वजह से हुआ इन 5 बॉलीवुड फिल्मों का प्रचार !
बॉलीवुड में असल ज़िन्दगी को दिखाया जाता है या असल ज़िन्दगी बॉलीवुड जैसी है? ये बात सभी को काफी समय से परेशान कर रही है। सच कहें तो हमें भी इस बारे में नहीं पता। लेकिन हमें ये ज़रूर पता है कि स्टार्स की ज़िन्दगी में ज़रूर ऐसे पल आये हैं, जिनकी वजह से उन्हें अपनी बॉलीवुड फिल्मों का प्रचार करने का मौका मिला।
भले ही वो स्टार्स की खुद की शादी हो, जो फिल्म की रिलीज़ से कुछ समय पहले हुई हो या फिर ज़िन्दगी में होने वाले विवाद, जिन्हें परदे पर भी दिखाया गया हो। आइये आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ असल ज़िन्दगी की घटनाओं के बारे में, जिनकी वजह से फिल्मों के प्रचार में मिली मदद।
अब ये खुशनुमा इत्तेफाक है या फिर प्लान की हुई बात लेकिन सोनम कपूर की धूमधाम से हुई पंजाबी शादी और उनकी फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' के बीच ज्यादा समय का अंतर नहीं है। क्योंकि ये फिल्म भी शादी के बारे में हैं और सोनम की शादी हाल ही हुई है, तो साफ़ बात है कि इस फिल्म का सोनम की शादी से काफी प्रचार हुआ है।
जब वी मेट
जहां करीना कपूर ने असल ज़िन्दगी में शाहिद कपूर को डेट करना शुरू किया था वहीं बॉलीवुड को इनमें अपना फेवरेट कपल मिल गया। शाहिद और करीना अपने रिश्ते की शुरुआत से ही काफी खुलकर बात करते थे और ये बताने में बिल्कुल भी नहीं कतराते थे कि वो एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं। इसके कुछ समय बात इनके ब्रेकअप की ख़बरें भी आने लगीं, जिसकी वजह से बॉलीवुड के फैन्स को बड़ा झटका लगा। हालांकि इनके ब्रेकअप की वजह से कई लोगों के दिल टूटे थे लेकिन इनकी फिल्म 'जब वी मेट' को इस परिस्थिति का भरपूर फायदा मिला, क्योंकि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान ही शाहिद और करीना का ब्रेकअप हुआ था। ये फिल्म भी ब्रेकअप और रिश्तों के बारे में थी और शाहिद-करीना के ब्रेकअप के चलते काफी पॉपुलर हुई।
जब तक है जान
ये शायद बॉलीवुड के इतिहास में सबसे दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना रही हो। रोमांस के किंग, यश चोपड़ा फिल्म 'जब तक है जान' के रिलीज़ होने से पहले ही दुनिया को अलविदा कह गये थे। एक लव स्टोरी, जो यश चोपड़ा के रोमांस के ब्रांड को दर्शाती थी, फिल्म जब तक है जान की सफलता में यश जी के दुनिया छोड़ने का भी हाथ था, क्योंकि ये उनकी बतौर डायरेक्टर आखिरी फिल्म थी।
सिलसिला
सिलसिला एक काफी रिस्की फिल्म थी! ये फिल्म तब रिलीज़ हुई जब देश में अमिताभ बच्चन और रेखा के अफेयर की ख़बरें उफ़ान पर थीं। ये फिल्म अमिताभ, जया और रेखा के जीवन की असलियत और उनके लव ट्रायंगल को काफी हद तक दर्शाती थी। इसी विवाद की वजह से इस फिल्म को काफी सफलता भी मिली थी।
अर्थ
एक मास्टरपीस होने के साथ-साथ, ये बात भी सच है कि ये फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट द्वारा बनाई गयी थी और काफी हद तक परवीन बाबी के जीवन जैसी थी। महेश भट्ट का अफेयर परवीन के साथ रह चुका था और यही बात फिल्म के लिए चर्चा का विषय बनने लायक थी। लेकिन फिल्म 'अर्थ' की रिलीज़ के समय परवीन बाबी का मन की शांति के लिए यूएस जाना और आश्रम में रहना इस फिल्म की सफलता का बड़ा हिस्सा बना था।