जब बॉलीवुड एक्ट्रेसेज़ पर भारी पड़ी ये पॉपुलर वैमप्स !

    जब बॉलीवुड एक्ट्रेसेज़ पर भारी पड़ी ये पॉपुलर वैमप्स !

    हिंदी की पुरानी फिल्मों उठाकर देखोगे तो पाओगे वो दौर आज के दौर से कितना अलग था। उस दौर की फिल्मों के विलेन्स और वैमप्स हीरो से ज़्यादा दमदार और पॉपुलर थे। ये बात और है कि फिल्म के दौरान इनकी चालाकी और दुश्मनी हमारे मन में इनके लिए नफरत पैदा कर देती थी, लेकिन फिल्म खत्म होने के बाद एक बार ज़रूर इनके काम और बेहतरीन अदाकारी की तारीफ जरुर होती थी।

    बॉलीवुड की इन वैमप्स का लोगों में इतना खौफ़ था कि इन्हें अच्छे रोल में में देखते समय भी मन में डर रहता था। ये ऐसी वैमप्स थी जिन्होंने आँखों के खतरनाक इशारों से ही फिल्म की कहानी ही पलट कर रख दी। आज की फिल्मों में इन वैमप्स को बहुत याद किया जाता है। अगर ये हमारी इन फिल्मों में ना होती, तो हिंदी सिनेमा इनके बिना अधुरा था।

    ललिता पवार

    बॉलीवुड की कई फिल्मों में ललिता पवार का खतरनाक रूप देखने को मिला। उनकी कड़क आवाज में वो दम था कि अच्छे-अच्छे के पसीने छूट जाए। छोटी सी उम्र से एक्टिंग करने वाली ललिता ज़्यादातर फिल्मों में नेगेटिव किरदार में ही दिखी। सफ़ेद साड़ी में सफ़ेद बालों वाली इस औरत ने स्क्रीन पर फिल्म के लीड एक्टर्स को तक पीछे छोड़ दिया। ये एक कठोर सास के रूप में नज़र आई। इनके इस रोल के बाद असल जिंदगी में भी बहुएं अपनी सासों से डरने लगी थीं। अमिताभ बच्चन ने खुद इनके काम की तारीफ की थी।

    नादिरा

    नादिरा ने बहुत से दमदार फिल्में दी हैं, 19 साल की उम्र में करियर शुरू करने वाली नादिरा को फिल्म ‘श्री 420’ में उनके बेहतरीन अभिनय और डांस नंबर ‘मुड़ मुड़ कर न देख’ के लिए हमेशा याद किया जाता है। फिल्म ‘जुली’ में भी ये एक कठोर माँ के रूप में नज़र आ चुकी हैं। फिल्म ‘दिल अपना प्रीत पराई’ में इनके नेगेटिव रोल को आज भी याद किया जाता है।

    बिंदु

    एक्ट्रेस बिंदु की तीखी आवाज़ आज भी कानों में घूमती है। इन्होने कई बड़ी फिल्मों में वैम का किरदार निभाया है जिसे इनसे बेहतर कोई और नहीं निभा सकता था। बिंदु कई फिल्मों में अच्छे रोल में भी नज़र आई हैं, लेकिन वैम के किरदार में इन्हें ज़्यादा प्रसिद्धि मिली। मोना डार्लिंग इन्हीं के लिए बोला गया था। इन्होने फिल्म में ‘कटी पतंग’ ‘हवस’ ‘इम्तिहान’ में नेगेटिव किरदार निभाया था।

    हेलेन

    एक्ट्रेस हेलेन वैसे तो अपने डांस के लिए बहुत मशहूर हैं, लेकिन कई फिल्मों में इन्होने नेगेटिव किरदार भी निभाया है। जो बेहतरीन थे। इन्होने फिल्म 'लहू के दो रंग और डॉन में नेगेटिव किरदार निभा कर ये साबित कर दिया था कि ये सिर्फ डांस में ही नहीं बल्कि एक्टिंग में भी कमाल हैं। 

    मनोरमा

    हेमा मालिनी की फिल्म ‘सीता गीता’ तो याद ही होगी। इस फिल्म में हेमा मालिनी की खडूस चाची का किरदार निभाने वाली मनोरमा को कौन भूल सकता है। मोटा काजल, और चहरे के भाव से ही सबको डराने और हंसाने वाली मनोरमा स्वीट वैम के तौर पर याद की जाती है। बाद में कई फिल्मों में कॉमेडियन के तौर पर भी नज़र आई।

    अरुणा ईरानी

    अरुणा ईरानी ने बहुत छोटी उम्र में बॉलीवुड में कदम रखा था। उस समय ये चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर भी नज़र आ चुकी है। लेकिन अरुणा को फिल्मों में उनकी चालाकियों के लिए याद किया जाता है। इन्होने बहुत सी फिल्मों में वैम बन सब को हैरान कर दिया। आपको फिल्म ‘बेटा’ याद है? जिसमें ये अनिल कपूर की माँ बनी होती है। इस फिल्म में नेगेटिव किरदार के लिए इन्हें कई अवार्ड से भी नवाज़ा गया था।

    शशिकला 

    फिल्म 'फिर वो रात' में इनका पागल आंटी का वो किरदार हमेशा याद किया जाता है, इन्होने भी कई फिल्मों में खडूस सास का किरदार भी निभाया। 

    इन वैमप्स को भूल पाना नामुमकिन है !