आर्टिकल 15 ट्रेलर: ‘आपकी औकात आपको ये ट्रेलर देखेने की अनुमति नहीं देती’ !

    ‘आपकी औकात आपको ये ट्रेलर देखेने की अनुमति नहीं देती’ !

    आर्टिकल 15 ट्रेलर: ‘आपकी औकात आपको ये ट्रेलर देखेने की अनुमति नहीं देती’ !

    ‘आपकी औकात आपको ये ट्रेलर देखेने की अनुमति नहीं देती’

    कैसा लगे अगर आपको बात-बात पर आपकी ‘औकात’ बताई जाए?

    कैसा लगे अगर आपकी जाति, धर्म, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर रोजाना कोई न कोई आपकी ‘औकात’ गिनाने लगे?

    हो ये भी सकता है कि इस आर्टिकल के राइटर की तरह आपको कभी ये सब न झेलना पड़ा हो... क्योंकि आपके पैदा होने भर से, आपके सरनेम भर से, आपकी ‘औकात’ बढ़ जाती हो! मगर बहुत लोग वाकई ये झेलते हैं।

    और वो भी तब, जब ‘भारत गणराज्य’ का संविधान कहता हो- ‘राज्य, किसी नागरिक के विरुद्ध केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग, जन्मस्थान या इनमें से किसी के आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा।‘ भारत के हर नागरिक को ये अधिकार देता है भारत के संविधान का अनुच्छेद 15 यानी आर्टिकल 15।

    डायरेक्टर अनुराग सिन्हा की अगली फिल्म ‘आर्टिकल 15’ इसी भेदभाव पर बेस्ड है। आयुष्मान खुराना जैसे शानदार कलाकार के लीड रोल वाली इस फिल्म का ऑफिशियल ट्रेलर आज लॉन्च किया जाएगा। मगर ऑफिशियल ट्रेलर से पहले फिल्म के निर्माताओं ने एक छोटा सा विडियो ऑफिशियल ट्रेलर के ही टाइटल के साथ शेयर किया है। इसे फिल्म का ट्रेलर समझकर खोलने वाले हर शख्स का सामना आयुष्मान एक कड़वी सच्चाई से करवा रहे हैं।

    यहां देखिए फिल्म ‘आर्टिकल 15’ का 'ऑफिशियल ट्रेलर':