इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं बढ़कर हैं !

    इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो बाकियों से अलग हैं !

    इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं बढ़कर हैं !

    बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के बारे में राय बनाने को लेकर या तो लोग बहुत छूट लेटे हैं या तो उनके साथ कुछ ज्यादा ही सख्त तरीके से पेश आते हैं। एक बॉलीवुड सेलेब जिसे हमेशा बहुत सख्ती से ऑब्जर्व किया गया, वो हैं सोनम कपूर। सोनम को लोगों ने ‘नीरजा’ और ‘राँझणा’ जैसी फिल्मों में बहुत पसंद किया। सोनम ने फैशनिस्टा शब्द को पूरी तरह एक नया अर्थ दे दिया।

    लेकिन बहुत बार उन्हें इसी तरह जज किया गया कि वो बस बॉलीवुड की एक और फैशनेबल लड़की हैं। जिसे सीरियसली नहीं लिया जाना चाहिए। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। फेमिनिज्म से लेकर अपनी कमियां पहचानने तक, सोनम ने बहुत सारी ऐसी बातें कहीं हैं, जो उनकी नॉलेज और समझदारी का सबूत हैं।

    आइए आपको बताते हैं क्या हैं वो बातें जो सोनम को सिर्फ एक एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं ज्यादा हैं;

    सोनम अपनी प्रिविलेज को पहचानती हैं

    इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं बढ़कर हैं !

    ‘मैं इस खूबसूरत घर में रहती हूं, मुझे खुद अपने बिल नहीं भरने पड़ते और मेरे पास इस इंडस्ट्री को ज्वाइन करने वाली किसी भी नयी लड़की के मुकाबले कहीं ज्यादा चॉइस हैं। तो मेरे लिए ऐसी अलग चॉइस करना एक ज़िम्मेदारी की तरह है।’

    जैसे को तैसा कहना

    इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं बढ़कर हैं !

    ‘मैंईमानदार हूं। अगर कोई मुझसे मेरे वेट लॉस के बारे में पूछता है तो मैं उसे कह देती हूं कि मेरे ऊपर 5 लोग मेहनत कर रहे हैं, इसके अलावा फोटोशॉप तो है ही। मैं उन्हें बताती हूं कि मैं सबकुछ खाकर अच्छी नहीं दिख सकती। मैं जब मोटी थी तो अनफिट थी, अब मैं नॉर्मल हूं। मैं स्पेशल नहीं हूं: मैं बस एक एक्ट्रेस हूं और लड़के-लड़कियां इतने समझदार हैं कि इस बात को पहचानते हैं।’

    प्राउड फेमिनिस्ट, जिसे फेमिनिज्म का असली अर्थ पता है

    इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं बढ़कर हैं !

    ‘लोगों को फेमिनिज्म का अर्थ नहीं पता है। फेमिनिज्म का मतलब ये कहा है कि हम सब बराबर है। जो आपको सही लगता है उसके लिए लड़ने का हक हर किसी को है। फेमिनिज्म शब्द केवल महिलाओं पर ही लागू नहीं होता, बल्कि पुरुषों पर भी लागू होता है। फेमिनिज्म का आईडिया महिलाओं की समानता के लिए लड़ना है, ये कहना कि उन्हें बराबर मौके मिलने चाहिए और ये तय करना कि वो समाज में सही तरीके से अपनी जगह बनाएं।’

    MeToo मूवमेंट पर

    इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं बढ़कर हैं !

    ‘हम यकीनन इसे (MeToo मूवमेंट को) महत्वहीन बना रहे हैं। अगर आपको ये करना ही है, तो बहुत सोच-समझ कर करना होगा। और आपको ये करना होगा... क्योंकि जो हुआ वो अब धुल चुका है। वो बीत चुका है और दुर्भाग्य से ऐसा ही है। हमें आरोपों और लेखों को लेकर थोड़ा और ध्यान देने की ज़रूरत है। मीडिया को ये एहसास नहीं है कि ये कितना ताकतवर हो सकता है।’

    हमेशा के लिए दोषहीन त्वचा का झूठ तोड़ते हुए

    इन 5 मौकों पर सोनम कपूर ने साबित किया कि वो एक्ट्रेस या फैशनिस्टा से कहीं बढ़कर हैं !

    ‘मैंने पहले भी कहा है और हमेशा कहती रहूंगी: एक फीमेल सेलेब्रिटी जब आपको दिखती है, तो वो जैसी दिख रही है, उसे वैसा बनाने के लिए एक पूरी आर्मी लगती है, ढेर सारे पैसे लगते हैं और भयंकर समय लगता है। ये बिल्कुल भी सच्चा नहीं है, ये महत्वाकांक्षा करने लायक चीज़ नहीं है। बल्कि, अपने शरीर की नींद की ज़रूरत पूरी करने के लिए महत्वाकांक्षी बनिए। ऐसी एक्सरसाइज खोजकर निकालिए, जिसे करने में आपको बहुत मज़ा आए। अपने शरीर को समझने और उसमें अच्छे से जीने के लिए महत्वाकांक्षी बनिए।’