SOTY 2 के गानों के ये लिरिक्स आपको रोने पर मज़बूर कर देंगे !
हमारी हिंदी फिल्मों के लिए साल 2019 की शुरुआत बेहद खास रही थी। फिल्म उरी हो या टोटल धमाल इन फिल्मों ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई की बल्कि ऑडियंस के दिलों में अपनी जगह भी बनाई। लेकिन इस साल आये गानों ने दिमाग ख़राब कर दिया। वैसे तो हम हमेशा से पुराने गाने खराब किये जाने के खिलाफ थे। लेकिन इस साल इन फ़िल्मी गानों ने हमें निराश कर दिया। न सिर्फ रिमिक्स गाने बल्कि नए गानों के लिरिक्स सुनने के बाद आप दोबारा उन गानों को नहीं सुन पाएंगे।
ऐसा ही कुछ हाल है करण जौहर के प्रोडक्शन तले बनी फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर 2’ का। ट्रेलर रिलीज़ देखने के बाद फिल्म देखने का मन तो बनाया होगा लेकिन गानों ने मूड बिगाड़ दिया। इस फिल्म के गाने के लिरिक्स इतने निराशाजनक है कि दोबारा सुनने की हिम्मत करना थोडा मुश्किल है। आपको यकीन नहीं होगा की ये गाने अंविता दत्त गौतम ने लिखे हैं जो इससे पहले कई बेतरीन गाने लिख चुकी हैं।
इन गानों का मतलब समझने की कोशिश कीजिये-
मुंबई दिल्ली की कुडियां
ये गाना न तो सुनने में समझ आया और न ही देखने में। खास कर ये लाइन तो समझ से बाहर है कि ऐसा कैसे हो सकता है। गाना लिखते समय मछलियों को तो छोड़ देना चाहिए था न।
मुंबई दिल्ली की कुडियां
अब गाने, लव, रोमांस के बीच अनन्या को अपनी फोन की बैटरी क्यों याद आई, ये हम भी नहीं जानते।
हुकअप सॉंग
आलिया भट्ट और टाइगर श्रॉफ साथ में आने वाले हैं, यही सबसे बड़ी खबर थी। लेकिन तब तालिया साथ आये तो हमने अपना सर पकड़ लिया। मतलब दोनों में से किसी ने इस गाने खिलाफ मोर्चा क्यों नहीं निकाला।
जट लुधियाने दा
अब सेल्फी के जमाने में आँखों से फोटो कौन खींचता है भई। इतने मॉडर्न स्कूल के बच्चे हैं। और ऐसे काम कर रहे हैं। हाय राम।
जट लुधियाने दा
मतलब इस पूरे गाने में ये लाइन समझ नहीं आई। वैसे समझ और भी बहुत कुछ नहीं आया। लेकिन फ़िलहाल आप इसी लाइन पर फोकस करिए।
जट लुधियाने दा
अनन्या ने तो इस गाने में डांस और रैप करने की जितनी कोशिश की है कोई नहीं कर सकता।