'विक्की डोनर' की स्क्रिप्ट में पहले नहीं लिखा गया था 'बीजी' का आइकॉनिक किरदार !

    'विक्की डोनर' में पहले नहीं लिखा गया था 'बीजी' का किरदार !

    'विक्की डोनर' की स्क्रिप्ट में पहले नहीं लिखा गया था 'बीजी' का आइकॉनिक किरदार !

    2012 में आई फिल्म ‘विक्की डोनर’ को शायद ही कोई भूल सके। इस फिल्म ने बॉलीवुड को दिखाया था कि अगर नए और सेंसिटिव टॉपिक को भी सही तरीके से स्क्रीन पर पेश किया जाए, तो अच्छी-खासी हिट फिल्म निकल सकती है... भले आपके एक्टर नए ही क्यों न हों। 

    ‘विक्की डोनर’ से डेब्यू करने वाले एक्टर आयुष्मान खुराना, आते ही बॉलीवुड पर छा गए थे। किसी नए एक्टर का, ऐसी रिस्की कहानी के साथ डेब्यू करना, और हिट हो जाना, बॉलीवुड के लिए एक हैरानी की बात थी। इस फिल्म ने बहुत कुछ बदला, बहुत कुछ पहली बार सिनेमा के पर्दे पर पहली बार पेश किया। 

    स्पर्म-डोनेशन के अलावा जिस एक चीज़ ने लोगों को, हैरानी भरी हंसी हंसने पर मजबूर किया, वो थी साथ में शराब पीतीं सास और बहू। ‘विक्की डोनर’ में आयुष्मान खुराना के किरदार की मां और उनकी बीजी यानी दादी, एक सीन में साथ बैठकर व्हिस्की के पेग-दर-पेग गटक रहे थे। और इनकी बातें सुनकर हॉल में बैठा हर कोई बेतरह हंस रहा था।

    यहां देखिए विक्की डोनर का ये मजेदार सीन: 

    ये सीन ‘विक्की डोनर’ के सबसे बेहतरीन सीन्स में से एक था। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि ‘बीजी’ का ये मजेदार किरदार, पहले फिल्म में नहीं रखा गया था।

    जी हाँ, आज ‘बीजी’ के बिना ‘विक्की डोनर’ की कहानी सोचना भी पॉसिबल नहीं है, लेकिन फिल्म के पहले ड्राफ्ट में उनका किरदार लिखा ही नहीं गया था। ये बात बताई खुद फिल्म की राइटर जूही चतुर्वेदी ने। 

    ‘विक्की डोनर’ के 7 साल पूरे होने पर जूही ने ट्वीट करते हुए, जूही ने फिल्म की स्क्रिप्ट से 2 पन्नों की फोटो शेयर की। जूही ने बताया, ‘इस पहले ड्राफ्ट में बीजी का किरदार नहीं था। शुक्र है कि बाद वाले ड्राफ्ट में हमने ये किरदार जोड़ दिया। बीजी की हंसी की वजह से ही ये सीन जीवंत हुआ था।’

    7 साल पहले, ठीक आज ही के दिन स्क्रीन पर बीजी को देखकर हम हैरान भी थे और हँसते रह गए थे। कमलेश गिल का निभाया हुआ बीजी का किरदार आज भी उतना ही बेहतरीन लगता है।