'2.0' फिल्म से कम मजेदार नहीं है, 'चिट्टी- द रोबोट' के नाम और बनने की कहानी !

    '2.0' फिल्म से कम मजेदार नहीं है, 'चिट्टी- द रोबोट' के नाम और बनने की कहानी !

    '2.0' फिल्म से कम मजेदार नहीं है, 'चिट्टी- द रोबोट' के नाम और बनने की कहानी !

    रजनीकांत और अक्षय कुमार स्टारर फिल्म ‘2.0’ रिलीज़ के लिए तैयार है और दर्शकों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार है। 29 नवम्बर, वीरवार को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म में जो एक चीज़ सभी को उत्साहित कर रही है, वो ये कि ‘चिट्टी वापिस आ रहा है।’ चिट्टी वो पहला रोबोट है जिसे हमने स्क्रीन पर भयंकर एक्शन करते देखा। चिट्टी ने न सिर्फ एक्शन किया, बल्कि जब उसने रोमांस किया तब भी जनता को उससे प्यार हो गया। एक नहीं, कई कारणों से ‘चिट्टी- द रोबोट’ भारतीय सिनेमा में हमेशा बहुत आइकॉनिक रहेगा। अब चिट्टी एक बार फिर फिल्म ‘2.0’ में वापिस लौट रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि इस रोबोट का नाम ‘चिट्टी’ कैसे पड़ा?

    '2.0' फिल्म से कम मजेदार नहीं है, 'चिट्टी- द रोबोट' के नाम और बनने की कहानी !

    2010 में आई फिल्म ‘एन्थिरन’ (रोबोट) में रजनीकांत ने दो किरदार निभाए, एक- डॉक्टर वसीगरन और दूसरा- चिट्टी: द रोबोट। कहानी ये थी कि डॉक्टर वसीगरन एक ऐसा रोबोट तैयार करना चाहते थे जो आर्मी से लेकर एजुकेशन तक हर जगह काम आ सके और उसमें इंसानों वाली भावनाएं भी हों। कई सालों की रिसर्च के बाद डॉक्टर वसी इस रोबोट को बनाने में कामयाब हुए। लेकिन वो इस रोबोट का नाम नहीं रख पा रहे थे। इस रोबोट को इंसानी आदतें और व्यवहार सिखाने के लिए वसी ने तय किया कि वो इसे अपने साथ हर जगह ले जाएंगे।

    '2.0' फिल्म से कम मजेदार नहीं है, 'चिट्टी- द रोबोट' के नाम और बनने की कहानी !

    जब वसी इस रोबोट को अपने घर लेकर पहुंचे, तो उनकी घरवाले ये देखकर हैरान हो गए कि रोबोट कि वसी ने रोबोट को बिल्कुल अपनी ही शक्ल दी है। वसी की मां को ये बात बहुत खराब लगी कि वसी ने रोबोट का कोई नाम नहीं रखा। अपनी मां की नाराजगी दूर करने के लिए वसी ने कहा कि वही इस रोबोट का नाम रख दें। इस पर वसी की मां ने सलाह देते हुए कहा कि अगर उनका कोई छोटा बेटा होता, तो वो उसका नाम ‘चिट्टी बाबू’ रखतीं। वसी और उनके साथियों ने ये बात तुरंत मान ली और बस तभी से वसी के रोबोट का नाम चिट्टी पड़ गया।

    यहां देखिए ‘चिट्टी’ के नामकरण का विडियो:

    वैसे क्या आपने कभी सोचा है कि चिट्टी का किरदार बनाने के लिए प्रेरणा कहां से मिली? तमिल भाषा के लेखक एस रंगराजन, जो सुजाता के नाम से लिखते थे, ने एक उपन्यास लिखा था- एन इनिया इयांथिरा (मेरा प्यारा रोबोट)। इस उपन्यास की कहानी एक महिला- नीला, और उसके रोबोटिक कुत्ते- जीनो, पर आधारित थी।

    '2.0' फिल्म से कम मजेदार नहीं है, 'चिट्टी- द रोबोट' के नाम और बनने की कहानी !

    उपन्यास की कहानी में नीला के लापता पति को खोजने के लिए जीनो, एक पूरी खतरनाक सरकार से लड़ जाता है। इस नॉवेल के हिसाब से देखें तो चिट्टी की ताकतें, जीनो से कम ही हैं। दरअसल, एन इनिया इयांथिरा (मेरा प्यारा रोबोट) के लेखक सुजाता ही, 2010 में आई फिल्म ‘एन्थिरण’ का स्क्रीनप्ले लिख रहे थे। लेकिन 27 फरवरी 2008 में वो इस दुनिया को अलविदा कह गए।