दर्शकों के एंटरटेनमेंट नहीं, टॉयलेट ब्रेक के लिए था 'खइके पान बनारस वाला' गाना !

    टॉयलेट ब्रेक के लिए था 'खइके पान बनारस वाला' गाना !

    दर्शकों के एंटरटेनमेंट नहीं, टॉयलेट ब्रेक के लिए था 'खइके पान बनारस वाला' गाना  !

    अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘डॉन’ के बारे में सोचते ही लोगों को सबसे पहले 2 चीज़ें याद आती हैं। एक, ‘ग्यारह मुल्कों की पुलिस...’ वाला डायलॉग। और दो, ‘खइके पान बनारस वाला’ गाना। बॉलीवुड के सबसे आइकॉनिक गानों में से एक ये गाना एक बार बज जाए, तो अच्छे-अच्छे लोगों का डांस निकल जाता है। 

    साल 1978 में आज ही के दिन रिलीज़ हुई फिल्म ‘डॉन’ को 41 साल हो चुके हैं। लेकिन ‘खइके पान बनारस वाला’ आज भी नया का नया ही लगता है, इस गाने की मस्ती में रत्ती भात्र की गिरावट नहीं आई है। लेकिन अगर आपको पता लगे कि ये गाना इस फिल्म में था ही नहीं, तो क्या आपको यकीन होगा ? शायद नहीं ! लेकिन सच यही है। 

    ‘डॉन’ जब बनकर रेडी हुई तो उसमें ये गाना नहीं था। आइकॉनिक एक्टर मनोज कुमार को जब ‘डॉन’ का फर्स्ट कट दिखाया गया, तो उन्होंने डायरेक्टर को कहा कि फिल्म तो अच्छी है, मगर बीच में कहीं कोई ऐसी जगह नहीं है, कि आदमी उठकर वाशरूम जा सके।

    मनोज जी के ही सुझाव पर फिल्म में ‘खइके पान बनारस वाला’ जोड़ा गया था। म्यूजिक डायरेक्टर्स कल्याण-आनंद ने ये गाना देव आनंद की फिल्म ‘बनारसी बाबू’ के लिए बना कर रखा हुआ था। मगर वहां ये गाना नहीं इस्तेमाल किया गया और इसे ‘डॉन’ में डाल दिया गया।

    इस गाने के भी अपने ही अलग किस्से हैं। गाने की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन के होंठ लाल दिखें, ये एक बड़े ध्यान की बात थी। डायरेक्टर ने आनंद जी को पान खाते देखकर सोच पान खिलाना बेहतर आईडिया होगा।

    लेकिन ये किसी ने नहीं ध्यान दिया कि होंठ लाल करने के लिए पान में चूना लगाने की ज़रूरत नहीं है। और नतीजा ये हुआ कि गाने की तैयारी में अमिताभ ने कुल 40 पान खाए। इससे उनके मुंह की बुरी हालत हो गयी और वो काफी समय तक दर्द में रहे।