'राज़ी': आलिया को अपने किरदार में देखने से पहले ही गुज़र गई थीं असली 'सहमत', नाम तक नहीं आया सामने!

    'राज़ी' देखने से पहले ही गुज़र गई थीं असली सहमत

    'राज़ी': आलिया को अपने किरदार में देखने से पहले ही गुज़र गई थीं असली 'सहमत', नाम तक नहीं आया सामने!

    आज से ठीक 2 साल पहले, 11 मई 2018 को आलिया भट्ट की फिल्म ‘राज़ी’ देखकर, हॉल से बाहर निकलने वाले लोग खोए हुए से निकलते थे। कईयों की आंखों में आंसू आ जाते थे। ‘राज़ी’ से आलिया का किरदार ‘सहमत’ यकीनन हिंदी सिनेमा के सबसे आइकॉनिक किरदारों में से एक रहेगा। इस किरदार ने न सिर्फ़ आलिया को ज़बरदस्त फेम दिलाई, बल्कि क्रिटिक्स ने भी उनकी इस परफॉरमेंस को बहुत ऊपर रखा। लेकिन कहते हैं कि कुछ लोगों के नसीब में ज़िन्दगी की बेहतरीन चीज़ों को सामने देखना नहीं लिखा होता। कुछ ऐसा ही हुआ था सहमत के साथ।

    ‘राज़ी’ वाली नहीं, असल ज़िन्दगी वाली सहमत। असली सहमत, जिसे ‘कॉलिंग सहमत’ किताब लिखने वाले राइटर, हरजिंदर सिक्का ने पंजाब के मलेरकोटला में, बड़ी मुश्किलों के बाद खोजकर निकाला था। बाद में मेघना गुलज़ार ने इसी किताब पर ‘राज़ी’ बनाई, जिसमें आलिया ने सहमत का किरदार निभाया, जो उनके करियर की सबसे आइकॉनिक परफॉरमेंसेज़ में से एक रहेगा।

    'राज़ी': आलिया को अपने किरदार में देखने से पहले ही गुज़र गई थीं असली 'सहमत', नाम तक नहीं आया सामने!

    द क्विंट को 2018 में दिए एक इंटरव्यू में हरजिंदर ने बताया था कि सहमत बहुत कम बोलती थी और ख़ामोशी ओढ़े हुए रहती थी, कुछ वैसे ही जैसे हमने ‘राज़ी’ में आलिया को देखा था। सिक्का साहब जब सहमत के दरवाज़े पहुंचे, तो दरवाज़ा सहमत ने ही खोला। सिक्का ने सहमत को अपनी रैंक बताई ‘लेफ्टिनेंट कमांडर’, तो उनका सीधा जवाब आया- मुझे बात नहीं करनी। सिक्का शाम तक सहमत के दरवाज़े बैठे रहे और जब सहमत ने शाम को भी उन्हें बैठे देखा तो उन्हें अन्दर बुलाया और कहानी बतानी शुरू की।

    अपने इंटरव्यू में हरजिंदर सिक्का ने कहा था कि वो सहमत की असली तस्वीर लोगों के सामने रखना चाहते हैं, ताकि भारत के लोग अपने देश के लिए जान पर खेल जाने वाली इस लड़की को पहचानें, लेकिन उन्हें ऐसा करने से सहमत के परिवार के अलावा, खुद सहमत ने रोका था। सहमत का कहना था कि वो इसी तरह, गुमनामी में, लेकिन सुकून से मारना चाहती हैं। सहमत की बात में बहुत वजन था, इसीलिए शायद वो कुबूल भी हुई। सहमत गुज़र गईं। अपनी कहानी ‘राज़ी’ देखने से एक महीना पहले। आलिया जैसी बेहतरीन कलाकार को अपनी इमेज पर्दे पर उतारते हुए देखने से पहले। और हम सबको अपनी असली पहचान पता चलने से पहले!

    सहमत का नाम सहमत नहीं था, असली नाम क्या था, ये केवल हरजिंदर सिक्का जानते हैं। लेकिन सिक्का ने सहमत के बारे में जो एक बात बताई थी, वो ये कि- उसके हाथ एक मच्छर भी नहीं मार सकते। लेकिन उसने देश के लिए अब्दुल की जान ली थी, उसे ट्रक से कुचला था। आपने ये सीन ‘राज़ी’ में देखा होगा। ये सीन सहमत की ज़िन्दगी में हुबहू गुज़रा था। सहमत का असली नाम क्या था पता नहीं, मगर वो देशभक्ति खालिस असली थी। अब हमारे लिए हमेशा आलिया ही सहमत रहेंगी!