‘बधाई हो’ के गजराज राव को 50 की उम्र में बाप बनने वाले रोल से थी हिचक; पत्नी की बात से उड़ गया मज़ाक बनने का डर

    गजराज राव को 50 की उम्र में बाप बनने वाले रोल से थी हिचक

    ‘बधाई हो’ के गजराज राव को 50 की उम्र में बाप बनने वाले रोल से थी हिचक; पत्नी की बात से उड़ गया मज़ाक बनने का डर

    आयुष्मान खुराना, गजराज राव, नीना गुप्ता और सान्या मल्होत्रा की फिल्म ‘बधाई हो’ जल्दी से लोगों के दिमाग से उतर जाने वाली फिल्म नहीं है। इस फिल्म ने न सिर्फ जनता का दिल जीता बल्कि नेशनल अवार्ड्स भी जीते। आज ‘बधाई हो’ की रिलीज़ को 3 साल पूरे हो चुके हैं और इस मौके पर सोशल मीडिया पर फैन्स गजराज राव और नीना गुप्ता की जोड़ी पर मुहब्बत लुटा रहे हैं। आख़िर 50 साल की उम्र के आसपास फिर से पेरेंट्स बनने वाले किरदार निभाना, इन दोनों के लिए आसान तो नहीं ही रहा होगा।

    आयुष्मान ने इनके बेटे का किरदार निभाया था, जो अपने पेरेंट्स का इस उम्र में मम्मी-पापा बनना स्वीकार नहीं कर पाता। अब मुंबई मिरर से बातचीत में गजराज राव ने बताया कि इस रोल के लिए शुरुँत्त में तो वो बहुत एक्साइटेड थे, लेकिन बाद में उन्हें हिचक होने लगी थी।

    उन्होंने कहा, “अमित शर्मा (डायरेक्टर) और मैं दो दशक से ज्यादा समय से एक दूसरे को जानते हैं। जब उन्होंने मुझे स्क्रिप्ट नैरेट की, मुझे ये अमेजिंग लगी। मेरा पहला ख्याल था- क्या ये सच है? क्या मुझे सच में ये ऑफर मिल रहा है?” लेकिन फिर उन्हें हिचक होने लगी। लेकिन उनकी पत्नी को इस फिल्म का आईडिया बहुत पसंद आया था।

    राव साहब ने बताया, “जब मैंने अपनी पत्नी को बताया कि ये एक ऐसे कपल की कहानी है जो 50 के करीब हैं और फिर से पेरेंट्स बनने वाले हैं, और इस रोल के लिए लोग मेरा मज़ाक उड़ा सकते हैं। उन्होंने मुझे बेहिचक कहा कि मैं कोई रणबीर कपूर या रणवीर सिंह तो हूं नहीं और अगर फिल्म नहीं भी चली, तो भी मेरी इमेज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। तो मैंने फिर इसे करने का फैसला किया”।

    गजराज ने बताया कि उन्होंने कभी इतना बड़ा रोल नहीं किया था और इसलिए शूट पर उन्हें सिंक में आने में कुछ दिन लगे और आख़िरकार उनमें कॉन्फिडेंस आ गया।