इन 5 वजहों से आपको फिल्म 'केदारनाथ' देखने में मज़ा आएगा !
सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान की फिल्म ‘केदारनाथ’ शुक्रवार को सिनेमा हॉल्स में पहुंच चुकी है और जनता से टेस्ट होने के लिए मैदान में है। तो जैसा कि हर बार होता है, हम आपके लिए, आपसे पहले अपने आप को नई फिल्मों के आगे पटक देते हैं। ताकि वापिस आ कर जल्दी से जल्दी आपको बता सकें कि फिल्म में देखने लायक आखिर क्या है। तो हमने केदारनाथ देख ली है और अब आपको बताते हैं इस फिल्म को देखने के 5 बड़े कारण:
1. केदारनाथ धाम के शानदार सीन
भारत के बहुत सारे धार्मिक स्थलों को फिल्मों में दिखाया जा चुका है, लेकिन केदारनाथ को फिल्मों ने बहुत ज़्यादा कहानी में नहीं उतारा है। ये पहली बार है कि एक पूरी की पूरी फिल्म ही इस धाम पर पर बनी है और इसकी शूटिंग भी वहीँ हुई है। केदारनाथ के पहाड़ी सीन देखकर आपकी आंखों को बहुत ठंडक मिलेगी।
2. सारा अली खान का डेब्यू
ईमानदारी से बताऊँ तो सारा की एक्टिंग तो ठीकठाक ही है, इसे बहुत शानदार तो नहीं कहा जा सकता। लेकिन उनकी स्क्रीन प्रेजेंस बहुत कमाल की है। जब तक सारा स्क्रीन पर हैं, आप अपनी नज़र हटा ही नहीं सकते। उनकी खूबसूरती वाकई आपको बांधकर रख देती है।
3. पुराने स्टाइल की मिठास भरी लव-स्टोरी
इन दिनों बॉलीवुड फिल्मों की लव-स्टोरी बहुत तेज़ भागती हैं। लव-स्टोरी देखते वक़्त अगर आपको ठहरकर इमोशन जीने का मौक़ा न मिले तो मज़ा नहीं नहीं आता। ‘केदारनाथ’ मी सुशांत और सारा की लव स्टोरी बहुत तेज़ नहीं है। इसमें एक ठहराव है जो आपको कहानी जीने देता है।
4. स्पेशल इफ़ेक्ट
फिल्म का क्लाइमेक्स, 2013 में केदारनाथ में आई बाढ़ पर आधारित है। इस बाढ़ में बहुत तबाही मची थी और केदारनाथ का कस्बा लगभग पूरी तरह ख़त्म हो गया था। बाढ़ के सीन्स में स्पेशल इफ़ेक्ट इतने ज़बरदस्त हैं कि स्क्रीन पर दिख रही तबाही को आप महसूस कर सकते हैं।
5. नितीश भारद्वाज
ऐसा नहीं है कि ये बहुत बड़ा रीज़न है या फिल्म में उनका किरदार बहुत बड़ा है ! लेकिन बचपन में जिस आदमी को स्क्रीन पर बहुत देखा हो उसे एक बार फिर स्क्रीन पर देखना अच्छा लगता है। टीवी पर कृष्ण के कैरेक्टर में आज भी कोई एक्टर ऐसा पॉपुलर नहीं हुआ जितने नितीश हुए। ‘केदारनाथ’ में उनका रोल ठीक-ठाक है, मगर मुझे तो उन्हें देखना भर बहुत अच्छा लगा।