कभी रूप बदल कर तो कभी ऑटो ड्राईवर बनकर, कुछ इस तरह करते हैं आमिर खान अपनी फिल्मों का प्रमोशन !

    कभी रूप बदल कर तो कभी ऑटो ड्राईवर बनकर, कुछ इस तरह करते हैं आमिर खान अपनी फिल्मों का प्रमोशन !

    आमिर खान को बड़े परदे पर देखने के लिए पूरे साल भर का इंतजार करना पड़ता है। वो साल भर में एक ही फिल्म जो करते हैं। लेकिन जो भी वो फिल्म लेकर आते हैं वो फिर पूरे साल ही बॉक्स ऑफिस पर छाई रहती है। ऐसे में एक साल का इंतजार बुरा नहीं है। वैसे मिस्टर परफेक्शनलिस्ट आमिर न सिर्फ अपनी फिल्मों के चयन के लिए जाने जाते हैं बल्कि फिल्म बन जाने के बाद मार्केटिंग स्ट्रैटजी क्या होगी ये भी आमिर ही तय करते हैं।

    यूँ तो फिल्म प्रोमोट करने का आमिर का सबसे अनोखा तरीका होता है। वो किसी रियलिटी शो या किसी मंच से अपनी फिल्मों को प्रोमोट नहीं करते हैं बल्कि बेहद ही साधारण तरीके से आम लोगों के बीच अपनी फिल्म को लेकर पहुँच जाते हैं। आमिर का ये अंदाज़ कोई नया नहीं बल्कि उनकी पहली फिल्म ‘क़यामत से क़यामत तक’ से चला आ रहा है। यकीन न हो तो ये पढ़िए –

    क़यामत से क़यामत तक

    कभी रूप बदल कर तो कभी ऑटो ड्राईवर बनकर कुछ इस तरह करते हैं आमिर खान अपनी फिल्मों का प्रमोशन !

    साल 1988 में आई ये आमिर की पहली सुपरहिट फिल्म थी। इस फिल्म के रिलीज़ होने से पहले आमिर ने खुद फिल्म का प्रचार किया थ । उन्होंने फिल्म के कुछ पोस्टर कुछ सड़कों पर चिपकाएँ थे, साथ ही लिखा था ‘हू इज आमिर खान? आस्क द गर्ल नेक्सट डोर’। इस तरह के पोस्टर के बाद आमिर का खुद बना और शायद उनकी फिल्म को भी फायदा पहुंचा।

    गजनी

    कभी रूप बदल कर तो कभी ऑटो ड्राईवर बनकर कुछ इस तरह करते हैं आमिर खान अपनी फिल्मों का प्रमोशन !

    आमिर खान की ये फिल्म 300 करोड़ के पर पहुंची थीं। इस फिल्म की कहानी के साथ आमिर का लुक बेहद पॉपुलर हुआ था। जहाँ उनकी टैटू से भरी बॉडी और मुंडा हुआ सिर था। आमिर ने इसी का फायदा उठाया और अपने जैसे हेयरस्टाइल वाले लोगों की टोली तैयार की। साथ ही खुद लोगों को ये हेयरकट दिया।

    3 इडियट्स

    कभी रूप बदल कर तो कभी ऑटो ड्राईवर बनकर कुछ इस तरह करते हैं आमिर खान अपनी फिल्मों का प्रमोशन !

    जहाँ अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए टीवी रियलिटी शोज़ और बड़े बड़े मंच का सहारा लेते हैं। वहां आमिर खान अलग ही तरीका अपनाते हैं। आमिर ने अपनी इस फिल्म के प्रचार के लिए अपना पूरा रूप ही बदल लिया। कभी वो सड़कों पर मौलवी साहब बन कर घूमते नजर आये तो कभी बनारस में ऑटो चलाते दिखे। आमिर ने खूब रूप बदल कर अन फिल्म को प्रोमोट किया।

    पीके

    कभी रूप बदल कर तो कभी ऑटो ड्राईवर बनकर कुछ इस तरह करते हैं आमिर खान अपनी फिल्मों का प्रमोशन !

    फिल्म पीके में आमिर का किरदार बेहद अनोखा था। वो एक दूसरे देश के प्राणी जो थे। इस फिल्म ने आमिर ने भोजपुरी बोली थी। तो फिल्म का प्रचार प्रसार भी उन्होंने भोजपुरी में ही किया। आमिर ने फिल्म के रिलीज़ से पहले भोजपुरी भाषा में खू तवीत किये। जिसके बाद फिल्म में उनका किरदार के बारे में पता चला।

    ठग्स ऑफ़ हिंदोस्तान

    कभी रूप बदल कर तो कभी ऑटो ड्राईवर बनकर कुछ इस तरह करते हैं आमिर खान अपनी फिल्मों का प्रमोशन !

    आमिर और अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘ठग्स ऑफ़ हिंदोस्तान’ बस कुछ ही दिन में रिलीज़ को तैयार है। लेकिन उससे पहले आमिर ने फिल्म को प्रोमोट करने का जिम्मा उठाया है वो नई पहल है। दरअसल, फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदोस्तान’ के मेकर्स ने गूगल मैप के साथ एक सौदा तय किया है। जिसमें गूगल मैप इस्तेमाल करने वाले लोगों को फिल्म में आमिर का किरदार फिरंगी मल्लाह रास्ता दिखाते नज़र आयेंगे।