बॉलीवुड ड्रग्स मामले पर बोले अक्षय कुमार- कैसे झूठ बोल दूं इंडस्ट्री में ड्रग्स की समस्या नहीं है

    अक्षय कुमार बोले- कैसे झूठ बोल दूं इंडस्ट्री में ड्रग्स की समस्या नहीं है

    बॉलीवुड ड्रग्स मामले पर बोले अक्षय कुमार- कैसे झूठ बोल दूं इंडस्ट्री में ड्रग्स की समस्या नहीं है

    बॉलीवुड ड्रग्स मामले में पिछले दिनों सोशल मीडिया पर बॉलीवुड की काफी किरकिरी हुई है। दीपिका पादुकोण, सारा अली खान और रकुल प्रीत जैसी एक्ट्रेस के नाम ड्रग्स मामले में आए। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक्ट्रेस से पूछताछ भी की और अभी इन्हें क्लीन चिट भी नहीं दी गई है। इसके अलावा एक्टर्स में शाहरुख खान, अर्जुन रामपाल और दिनो मोरया का नाम आया। हालांकि इन पर कोई पुख्ता रिपोर्ट सामने नहीं आई।

    बॉलीवुड की छवि को खराब होता देख अब अक्षय कुमार सामने आए हैं और कहा है कि वो कैसे झूठ बोल दें कि ड्रग्स समस्या नहीं है। लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि समस्या है तो इसका ये मतलब नहीं की पूरी इंडस्ट्री खराब है। अक्षय ने ये बातें सोशल मीडिया पर एक वीडियो मे कही हैं।

    उन्होंने कहा, "आज थोड़े भारी दिल से आपसे बात कर रहा हूं। पिछले कुछ हफ्तों में बहुत सी बातें आई मन में कहने के लिए लेकिन हर तरफ इतनी निगेटिविटी है कि समझ में नहीं आता है क्या, कितना और किससे बोलूं। देखिए स्टार्स भले ही हम कहलाते हैं लेकिन बॉलीवुड को आपने अपने प्यार से बनाया है। हम सिर्फ एक इंडस्ट्री नहीं हैं, हमने फिल्मों के जरिए हमारे देश के कल्चर हमारी वैल्यूज को दुनिया के हर कोने तक पहुंचाया है।''

    अक्षय ने आगे कहा, ''ऐसे में अगर आज आपके सेंटीमेंट में गुस्सा है तो वो गुस्सा भी हमारे सर माथे पर। सुशांत सिंह राजपूत के अचानक निधन के बाद से ऐसे बहुत से इश्यूज सामने आए हैं। जिन्होंने हमें भी उतना ही दर्द दिया है जितना आप सभी को। इन मुद्दों ने हमें अपने गिरेबान में झांकने को मजबूर किया है। हमारी फिल्म इंडस्ट्री की ऐसी बहुत सी खामियों को देखने को मजबूर किया है जिन पर ध्यान जाना बहुत जरूरी है।''

    उन्होंने कहा, ''जैसे नारकोटिक्स और ड्रग्स के बारे में आजकल बात हो रही है। मैं आज दिल पर हाथ रखकर कैसे आप लोगों से झूठ बोल दूं कि ये प्रॉब्लम एग्जिस्ट नहीं करती। जरूर करती है। वैसे ही जैसे ही हर इंडस्ट्री में और हर प्रोफेशन में होती होगी। पर हर प्रोफेशन का हर इंसान इसमें इंवॉल्व हो ऐसा नहीं हो सकता। ऐसे थोड़े होता है। मुझे पर्सनली हमेशा से मीडिया की ताकत में बहुत विश्वास रहा, अगर मीडिया सही मुद्दे सही वक्त पर न उठाए तो शायद बहुत से लोगों को न आवाज मिलेगी न इंसान। मैं मीडिया से रिक्वेस्ट करता हूं कि वो अपना काम, अपनी आवाज उठाना जारी रखे। लेकिन प्लीज थोड़ा सेंसेटिवली। क्योंकि एक निगेटिव न्यूज एक इंसान की बरसों की इज्जत और काम, कड़ी मेहनत को बर्बाद करके रख देगा।''