जानिए कौन था 'इंडिया का ओसामा', जिसे अपनी अगली फिल्म में खोज रहे हैं अर्जुन कपूर !

    जानिए असल जिंदगी में कौन था 'इंडिया का ओसामा' !

    जानिए कौन था 'इंडिया का ओसामा', जिसे अपनी अगली फिल्म में खोज रहे हैं अर्जुन कपूर !

    अर्जुन कपूर की फिल्म ‘इंडियाज़ मोस्ट वांटेड’ के ट्रेलर आ चूका है और ये ट्रेलर देखकर लोगों के पास बस एक ही सवाल है- ‘इंडियाज़ मोस्ट वांटेड’ है कौन ? डायरेक्टर राजकुमार गुप्ता की इस थ्रिलर में अर्जुन कपूर और 4 लोगों की उनकी टीम, एक आतंकवादी को तलाश कर रहे हैं। 

    इस आतंकवादी का नाम पूरे ट्रेलर में कहीं नहीं लिया गया है, उसे बस ‘इंडिया का ओसामा’ कहा गया है। शुरुआत से ही ये कहा जा रहा है कि ये फिल्म एक असल घटना पर आधारित है। इसलिए सबसे बड़ा सवाल ये है कि फिल्म की कहानी असल में है क्या ? आइए हम आपको बताते हैं...

    थोड़े से दिमाग के घोड़े और ज़रा सा की-बोर्ड पर उंगलियां चलाने भर से हमें एक कहानी मिली। एक टेररिस्ट की कहानी, जो वाकई दिमाग उलझा देने वाली है। इस टेररिस्ट का नाम है, अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ़ तौकीर। 

    कुरैशी, भारत में बैन आतंकी संगठन सिमी (SIMI) यानी स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ़ इंडिया का ऑपरेटिव था। न्यूज़ रिपोर्ट्स कुरैशी को एक और आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का फाउंडर भी बताती हैं।

    2008 के अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट्स के बाद कुरैशी का नाम पहली बार हाईलाइट हुआ था और NIA ने उसे अपनी मोस्ट वांटेड लिस्ट में रखा था। दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद में सीरियल ब्लास्ट्स में कुरैशी का हाथ सामने आया था।

    अपना नाम हाईलाइट होने के बाद कुरैशी नेपाल भाग गया। ‘इंडियाज मोस्ट वांटेड’ के ट्रेलर में हमने देखा कि अर्जुन कपूर और उनकी टीम भी ‘इंडिया के ओसामा’ को पकड़ने के लिए नेपाल जाती है। कुरैशी लगभग 7 साल तक नेपाली नागरिक बनकर, वहीँ रहा और इस दौरान वो इंग्लिश टीचर भी था।

    इस दौरान वो नेपाल से ही इंडियन मुजाहिदीन के लिए फंडिंग भी जुटाता रहा। भारतीय जांच एजेंसियां जब नेपाल में उसे खोजने लगीं, तो उसे खबर लग गयी और वो सऊदी अरब चला गया। कुरैशी की अरेस्ट में जांच एजेंसियों को लगभग 10 साल ख़ाक छाननी पड़ी थी।

    आखिरकार, जनवरी 2018 में कुरैशी को दिल्ली के गाज़ीपुर से अरेस्ट किया गया था।