आर्टिकल 15: डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने खुले ख़त में लिखा- 'ब्राह्मणों का निरादर नहीं करती फिल्म, मैं भी हूं ब्राह्मण' !
आर्टिकल 15: 'ब्राह्मणों का निरादर नहीं करती फिल्म, मैं भी हूं ब्राह्मण' !
आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘आर्टिकल 15’ के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने करणी सेना के नाम एक लेटर लिखा है। अनुभव ने इस ख़त में उन्हें ये आश्वासन दिया है कि फिल्म में ब्राह्मण समाज का निरादर नहीं करती। उन्होंने ‘फिल्म के ट्रेलर से आहत हुए’ सभी लोगों के नाम एक खुला ख़त सोशल मीडिया पर शेयर किया। ‘आर्टिकल 15’ का ट्रेलर आने के बाद से ही अनुभव सिन्हा को खूब ट्रोल किया जा रहा है।
करनी सेना ने उन्हें खुलेआम धमकी भी दी और सोशल मीडिया पर कट्टर टाइप के लोग उन्हें गन्दी-गन्दी गालियाँ भी दे रहे हैं। ऐसे ट्रोल्स को जवाब देते हुए अनुभव ने लिखा, ‘मेरी हत्या या मेरी बहनों और मेरी दिवंगत माँ के बलात्कार की धमकियों से संवाद नहीं हो सकता। मेरा विश्वास है कि आप में से अधिकतर लोग इस प्रकार के विरोध का समर्थन नहीं करेंगे। ये भविष्य में भी नहीं होना चाहिए। हम एक समाज हैं और हमें एक दूसरे का सम्मान रखना चाहिए। मेरी आगामी फ़िल्म भी इसी संदर्भ में ही है।’
अनुभव ने लिखा कि सिर्फ फिल्म का ट्रेलर देखकर आप उसकी कहानी का पता नहीं लगा सकते। अनुभव ने खुद के ब्राह्मण होने का हवाला देते हुए अपने ट्रोल्स से संवाद करते हुए लिखा, ‘आप को जान कर हर्ष होगा कि फ़िल्म के बनाए जाने में मेरे कई ब्राह्मण साथी भी हैं, कई कलाकार भी। कोई कारण नहीं है कि ब्राह्मणों का निरादर किया जाय। वैसे मेरी पत्नी भी ब्राह्मण हैं सो मेरे पुत्र के अस्तित्व में भी ब्राह्मण समाते हैं।’
‘आर्टिकल 15’ की रिलीज़ में पत्रकारों से अपील करते हुए अनुभव ने लिखा, ‘मैं अपने उन सभी पत्रकार मित्रों को आमंत्रित करता हूँ कि इस पत्र के उत्तर में वो आप सभी को आश्वस्त करें कि फ़िल्म में ब्राह्मण समाज का निरादर नहीं किया गया है। न ही राजपूत समाज का, सो मेरे करणी सेना के सभी साथी भी आश्वस्त रहें। आप लोगों का समय बेहद मूल्यवान है और उसे आप उसी तरह राष्ट्र निर्माण में लगाते रहें जैसे सदैव लगाते रहे हैं। राष्ट्र को आपकी आवश्यकता है।‘
अनुभव सिन्हा की फिल्म ‘आर्टिकल 15’ दलित समाज के खिलाफ होने वाले अत्याचार और उनके हक की बात करती है। ये फिल्म इस शुक्रवार, यानी 28 जून को रिलीज़ हो रही है।
यहां देखें ‘आर्टिकल 15’ का हमारा रिव्यू: