फ़िल्मकार अनुराग कश्यप की इन फिल्मों के बारे में ये बातें जानते हैं आप ?

    फ़िल्मकार अनुराग कश्यप की इन फिल्मों के बारे में ये बातें जानते हैं आप ?

    फ़िल्मकार अनुराग कश्यप की इन फिल्मों के बारे में ये बातें जानते हैं आप ?

    हिंदी सिनेमा जगत को एक अलग तरह की फ़िल्में देने वाले डायरेक्टर अनुराग कश्यप उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने कम ही वक़्त में बॉलीवुड में अपना एक मुकाम हासिल कर लिया। अनुराग ने 1993 में महानगरी मुंबई का रुख किया था। कई बार असफल होने के बाद इन्हें फिल्म ‘सत्या’ की कहानी लिखने के का मौका मिला और फिल्म सफल हुई। इसके बाद अनुराग ने कभी पीछे मुड कर नहीं देखा।

    10 सितम्बर 1972 को उत्तर प्रदेश के गौरखपुर में जन्मे अनुराग अपनी प्रोफेशनल लाइफ के साथ अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी सुर्ख़ियों में बने रहे। अपने से आधी उम्र की लड़की से अफेयर से लेकर अपनी दो अधूरी शादियों को इनका नाम खूब उछला। तो वहीं अपनी फिल्मों में अभद्र भाषा के प्रयोग और अश्लीलता परोसने के लिए भी इनकी आलोचना हुई। लेकिन इनकी फिल्मों को पसंद भी खूब किया गया।

    गैंग्स ऑफ़ वासेपुर

    अनुराग कश्यप द्वारा डायरेक्टेड फिल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ इनकी सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक हैं। फिल्म की कहानी से लेकर फिल्म के किरदार आज भी लोगों के दिल में घर किये हुए हैं। लीग से हटकर बनी ये फिल्म इंडियन सिनेमा में आये बदलाव को भी दर्शाती है जिसे एक ही तरह की फ़िल्में देखने वाले लोगों ने भी स्वीकार किया। इस फिल्म का दूसरा पार्ट भी था और फैसल के किरदार में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की एक्टिंग के टेलेंट को लोगों ने भी माना। ये फिल्म गालियों से भरी थी, जिसके लिए सेंसर बोर्ड ने फिल्म के सीन पर कैंची चलाई थी।

    देव डी

    अभय देओल को फिल्म ‘देव डी’ ने स्टार बना दिया था। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ हुई थी। लेकिन अभय से ऐसा किरदार निभाने के पीछे डायरेक्टर अनुराग कश्यप का दिमाग था। किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि आज का देवदास ऐसा हो सकता है। वो किरदार जिसने पिछली फिल्मों में आये सभी देवदास कि काया पलट कर रख दी थी।

    ब्लैक फ्राइडे

    फिल्म ‘ब्लैक फ्राइडे’ का डायरेक्शन और इस फिल्म की स्क्रिप्ट अनुराग कश्यप ने ही लिखी थी। फिल्म 1993 के मुंबई बोम्ब ब्लास्ट पर आधारित थी। फिल्म कई अवार्ड के लिए नोमिनेट भी हुई थी।

    गुलाल

    इस फिल्म का हर किरदार जबरदस्त था। फिल्म की कहानी राजनीति की हक़ीकत को बयान करती है। फिल्म में राजपुताना के नाम पर लोगों को भड़का कर अपनी राजनीतिक हित के लिए मास्टर कार्ड खेलते किरदार और जाति के आधार पर भड़काने का मुद्दा इसमें खूब अच्छे से दिखाया गया। इस फिल्म में कॉलेज की राजनीति का जो रूप दिखाया है उससे आज के सभी युवा अपने आप को कनेक्ट कर पाते हैं जिन्होंने कॉलेज में होने वाले राजनीतिक चुनाव को देखा है।

    उड़ता पंजाब

    उड़ता पंजाब एक कंट्रोवर्शियल ड्रग- ड्रामा फिल्म है। हालांकि इस फिल्म का डायरेक्शन अनुराग ने नहीं किया था, लेकिन ये फिल्म अनुराग के नाम से ही जानी जाती है। फिल्म को अनुराग ने प्रोड्यूस किया था। फिल्म की कहानी अनुराग की बाकी फिल्मों की तरह अलग थी। इस फिल्म में ड्रग के नशे में चूर पॉपस्टार टॉमी (शाहिद कपूर), हेरोईन के लत में डूबी खेतों में काम करने वाली आलिया भट्ट (हॉकी प्लेयर), एंटी ड्रग सोशल एक्टिविस्ट डॉक्टर प्रीत (करीना कपूर) और पुलिस (दिलजीत) चारो किरदारों के जरिए अनुराग पंजाब की उस सच्चाई को से रूबरू कराते हैं जो दिल दहलाने वाली होती है।

    वैसे अनुराग हमेशा अपनी फिल्मों में एक अलग तरह की भाषा और डायलॉग का इस्तेमाल करते हैं। जिसके लोग दीवाने हैं।