मिस यूनिवर्स बनने के 25 साल बाद भी लड़कियों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं सुष्मिता सेन !

    मिस यूनिवर्स बनने के 25 साल बाद भी लड़कियों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं सुष्मिता सेन !

    मिस यूनिवर्स बनने के 25 साल बाद भी लड़कियों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं सुष्मिता सेन !

    साल 1994 में मात्र 18 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स का ताज जीतने वाली सुष्मिता सेन आज इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं। सुष्मिता ने ना सिर्फ मिस यूनिवर्स बन भारत का नाम रोशन किया है बल्कि बॉलीवुड में अपने काम और अपनी निजी ज़िन्दगी से लोगों को प्रेरणा दी है। समय-समय पर सुष्मिता ने दुनिया को कुछ अलग और कुछ नया करके दिखाया है। जहां लोग सोचते हैं कि एक आदमी के बिना औरत का गुज़ारा मुमकिन नहीं है वहीं सुष्मिता ने साबित करके दिखाया है कि उन्हें अपनी ज़िन्दगी को आगे बढ़ाने के लिए किसी मर्द की ज़रूरत नहीं है। आज की लड़कियों के लिए सुष्मिता सेन से बड़ी प्रेरणा शायद ही कोई होगी। आइये हम आपको बताते हैं कि बॉलीवुड से परे सुष्मिता की ज़िन्दगी से बहुत कुछ सीखा जा सकता है।

    साल 1994 में मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया था। उस वक़्त सुष्मिता की उम्र सिर्फ 18 साल थी और उन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी का दिल जीत लिया था। वे भारत की पहली महिला हैं, जिन्होंने ये ताज अपने नाम किया है।

    मिस यूनिवर्स बनने के 24 साल बाद भी लड़कियों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं सुष्मिता सेन !

    साल 2017 में सुष्मिता 23 साल बाद दोबारा मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता का हिस्सा बन एक बार फिर फ़िलीपीन्स के मनिला शहर में पहुंची। इस बार वे 65वें मिस यूनिवर्स कम्पटीशन की जज थीं। 30 जनवरी को हुए इस ब्यूटी पेजेंट में सुष्मिता के साथ सिंथिया बैली, मिक्की बोर्डमैन, मिस यूनिवर्स 2011 लीला लोपेज़ और मिस यूनिवर्स 1993 डायनारा टोर्रेस थीं।

    मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता जीतने के बाद सुष्मिता ने आई एम शी प्रोजेक्ट का ज़िम्मा उठाया था। इस ब्यूटी पेजेंट में जीतने वालों को मिस यूनिवर्स पेजेंट में भेजा जाता था। ये आर्गेनाईजेशन 3 साल तक चली और साल 2013 में फेमिना ने ये कॉन्ट्रैक्ट वापस ले लिया।

    सुष्मिता एक ताकतवर और स्वतंत्र इंसान हैं और उन्होंने समय समय पर ये बात साबित की है। सुष्मिता को अपनी ज़िन्दगी में कुछ भी करने के लिए लिए लोगों की राय की ज़रूरत नहीं है। उनकी यही बात साबित करती है कि आप अपनी ज़िन्दगी कैसे जीना चाहते हैं और आप कितने लायक हैं, ये कोई दूसरा आपको नहीं बता सकता।

    मिस यूनिवर्स बनने के 24 साल बाद भी लड़कियों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं सुष्मिता सेन !

    एक एक देश, जहां शादी को बड़ी तवज्जो दी जाती है, में सुष्मिता ख़ुशी-ख़ुशी अपना जीवन सिंगल रहकर बिता रही हैं। जहां लोगों को सुष्मिता के जीवन में किसी आदमी का न होना खटकता है वहीं सुष्मिता को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। सुष्मिता ने अपनी शादी को लेकर होने वाली सभी बातों का अच्छे से जवाब दिया है और साबित किया है कि जिंदगी बिताने के लिए किसी और पर निर्भर होने की ज़रूरत उन्हें नहीं हैं।

    सुष्मिता शायद इंडस्ट्री की पहली महिला हैं, जिन्होंने बिना शादी के दो बच्चियों को गोद लिया। पहले शादी फिर बच्चे का कांसेप्ट ही सुष्मिता ने पलट दिया और देशभर में साबित किया कि वे कितनी अच्छी माँ हैं।

    उन्होंने अपनी बड़ी बेटी रेनी को 2000 में गोद लिया था और 2010 में छोटी बेटी अलीशा को गोद लिया था।

    मिस यूनिवर्स बनने के 24 साल बाद भी लड़कियों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं सुष्मिता सेन !

    सुष्मिता आई एम फाउंडेशन और अन्य सोशल वर्क में सहयोग करती हैं। अपने काम के लिए उन्हें साल 2013 में मदर टेरेसा अवार्ड भी मिला था।

    सुष्मिता ने हम सभी को फिट रहने की अलग प्रेरणा दी है। वे योग से लेकर एरोबिक्स तक फिट रहने के लिये सबकुछ करती हैं और हाल ही में उन्होंने अपने एब्स भी बनाये हैं। फिट रहना कोई सुष्मिता से सीखे।

    मिस यूनिवर्स बनने के 24 साल बाद भी लड़कियों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं सुष्मिता सेन !

    तो ये कहना गलत नहीं होगा कि सुष्मिता हम सभी के जीवन के लिए एक प्रेरणादायक इन्सान हैं !