कोरोनावायरस इफेक्ट: फिल्म इंडस्ट्री को 800 करोड़ की चपत, सब नॉर्मल होने के बाद भी रहेगी अफरातफरी!

    कोरोनावायरस इफेक्ट: फिल्म इंडस्ट्री को 800 करोड़ की चपत

    कोरोनावायरस इफेक्ट: फिल्म इंडस्ट्री को 800 करोड़ की चपत, सब नॉर्मल होने के बाद भी रहेगी अफरातफरी!

    कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया में आम जनजीवन की लंका लगा दी है और शायद ही कोई बिजनेस, कोई फील्ड ऐसी बची हो जहां इस वक़्त इस खतरनाक बीमारी की वजह से नुकसान न हो रहा हो। ऐसे में एक्स्पर्ट्स का कहना है की बॉलीवुड को कोरोनावायरस की वजह से 800 करोड़ तक का नुकसान होने वाला है। जी हाँ 800 करोड़! मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट में पूरी डिटेल से जानकारी देते हुए बताया गया कि रविवार को पूरे भारत में आधे से ज़्यादा सिनेमा हॉल्स और फिल्मों की सबसे बड़ी मार्केट्स जैसे मुंबई, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, बिहार और पंजाब पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं। इसकी वजह से 6 मार्च को रिलीज़ हुई टाइगर श्रॉफ की फिल्म ‘बागी 3’ और पिछले शुक्रवार आई इरफान खान की फिल्म ‘अंग्रेज़ी मीडियम’ की कमाई पर बहुत बड़ा असर पड़ा है।


    बॉलीवुड ट्रेड एक्सपर्ट कोमल नाहटा का कहना है कि कोरोनावायरस की वजह से हॉल मे जाने वाले दर्शकों की संख्या बहुत तेज़ी से कम हुई है। उन्होने बताया, ‘बागी 3 के मेकर्स को 25-30 करोड़ का नुकसान है। बंद होते थिएटर्स की वजह से अंग्रेज़ी मीडियम के वीकेंड कलेक्शन पर भी असर पड़ा है।’ नाहटा ने आगे जानकारी देते हुए कहा, ‘रिलीज़ में डिले और शूटिंग टलने से से फिल्म इंडस्ट्री को 800 करोड़ का नुकसान होने वाला है।’ आपको बता दें कि कोरोनावायरस के खतरे की वजह से 24 मार्च को रिलीज़ के लिए तैयार रोहित शेट्टी की फिल्म ‘सूर्यवंशी’ को आगे के लिए टाल दिया गया है। एक और फिल्म जिसका इंतज़ार बहुत बेसब्री से किया जा रहा था, रणवीर सिंह की ‘83’, उसके भविष्य पर भी खतरा मंडरा रहा है। ये फिल्म 10 अप्रैल को रिलीज़ होनी है मगर हालात देखते हुए ऐसा होना मुश्किल ही माना जा रहा है। ये सब कुछ फिल्म बिजनेस के लिए बहुत डिस्टर्बिंग हो गया है क्योंकि फिल्म मेकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन का पूरा नेटवर्क एकदम से ठप्प हो गया है। बिहार-बेस्ड फिल्म प्रदर्शक विशेक चौहान बताते हैं कि जहां सरकारी आदेश के बाद थिएटर बंद हो रहे हैं, वहीं उन्हें अपना रेंट, बिजली बिल, और स्टाफ सैलरी तो भरनी ही है। विशेक अपनी समस्या बताते हुए कहते हैं, ‘ये सब इसके बावजूद कि टिकट नहीं बिक रहे हैं।’ हालांकि उन्हें उम्मीद है कि एक बार सबकुछ नॉर्मल होने के बाद जब फिल्में दोबारा फ़्लो मे रिलीज़ होने लगेंगी तब शायद साल की पहली तिमाही में रेवेन्यू का घाटा केएम हो जाएगा। फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट तरण आदर्श भी मानते हैं कि सैकड़ों करोड़ का नुकसान होने वाला है। तरण ने एक और नयी समस्या की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा, ‘रेगुलर प्रोग्रामिंग शुरू होने के बाद अगर सारे फिल्म मेकर्स बैठकर एक शिड्यूल नहीं तैयार करते हैं, तो मुझे आगे एक बहुत अफरातफरी भरा कैलेंडर नज़र आ रहा है। एक साल में बस 52 हफ्ते होते हैं और इनमें से कई हफ्ते खत्म होने के बाद, हम उम्मीद कर सकते हैं कि एक साथ कई-कई फिल्में रिलीज़ होंगी और वो एक दूसरे की कमाई काटेंगी। नॉर्मल होने में तो समय लगेगा।’