दिलीप कुमार-सायरा बानो इस वजह से नहीं बन पाए पेरेंट्स; एक्ट्रेस ने कहा था ‘साहब’ का बेटा होता तो शाहरुख़ सा दिखता!

    दिलीप कुमार-सायरा बानो इस वजह से नहीं बन पाए पेरेंट्स

    दिलीप कुमार-सायरा बानो इस वजह से नहीं बन पाए पेरेंट्स; एक्ट्रेस ने कहा था ‘साहब’ का बेटा होता तो शाहरुख़ सा दिखता!

    दिलीप कुमार और सायरा बानो की शादी और प्रेम बॉलीवुड की सबसे अमर कहानियों में गिना जाएगा। इस रिश्ते ने एक से बढ़कर एक उतार-चढ़ाव देखे थे मगर, आज जब दिलीप साहब हमारे बीच नहीं रहे, तब तक सायरा को उनके बगल में देखा जा सकता है, कम से कम आज शाम 5 बजे तक, जबतक दिलीप साहब सुपुर्द-ए-ख़ाक नहीं हो जाते!

    दिलीप कुमार-सायरा बानो इस वजह से नहीं बन पाए पेरेंट्स; एक्ट्रेस ने कहा था ‘साहब’ का बेटा होता तो शाहरुख़ सा दिखता!

    1972 में सायरा बानो की प्रेगनेंसी बिगड़ने के बाद, उन्होंने और दिलीप कुमार ने फैसला किया कि अब वो बच्चे के लिए नहीं जाएंगे। लेकिन, एक इंटरव्यू में सायरा जी ने कहा था कि अगर इस कपल का बेटा होता तो वो शाहरुख़ खान जैसा दिखता। उन्हें दिलीप साहब और शाहरुख़ में बहुत सारी समानताएं नज़र आती हैं।

    शाहरुख़ खान ने, हेमा मालिनी के प्रोडक्शन में बन रही ‘दिल आशना है’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। और इस फिल्म का मुहूर्त क्लैप देने आए थे दिलीप साहब, जहां शाहरुख़ की उनसे पहली मुलाकात हुई थी। कुछ साल पहले मुंबई मिरर को दिए एक इंटरव्यू में सायरा जी ने कहा था, “दिलीप साब ने मुहूर्त क्लैप दिया था। मैंने हमेशा कहा है कि अगर हमारा बेटा होता, वो शाहरुख़ जैसा दिखता”।

    दिलीप कुमार-सायरा बानो इस वजह से नहीं बन पाए पेरेंट्स; एक्ट्रेस ने कहा था ‘साहब’ का बेटा होता तो शाहरुख़ सा दिखता!

    उन्होने आगे कहा, “वो और साहब, दोनों बहुत एक जैसे हैं और दोनों के एक जैसे बाल हैं। इसीलिए मुझे शाहरुख़ से मिलने पर उनके बालों में उंगलियां फिराना पसंद है। एक बार उन्होंने मुझसे खुद कहा- आज आप मेरे बालों को हाथ नहीं लगा रही हैं?’ मुझे ऐसा कर के बहुत ख़ुशी हुई”। अपनी आत्मकथा में दिलीप साहब ने बताया था कि उन्होंने और सायरा बानो ने 1972 में एक बच्चा कंसीव किया था, लेकिन प्रेगनेंसी के 8 महीनों के दौरान उनकी पार्टनर का ब्लड प्रेशर हाई रहा और उन्होंने अपना बच्चा खो दिया, जो कि बाद में उन्हें पता चला कि एक लड़का था।

    लेकिन इस कपल को अपना बच्चा होने का कभी अफ़सोस नहीं रहा। दिलीप साहब बॉलीवुड में अपनी विरासत आगे ले जा रहे एक्टर्स को देखकर खुश रहते थे और अपने भतीजों-भतीजियों के साथ को एन्जॉय करते थे।