जब दिल्ली की एक ही गली में बीती दिलीप कुमार की जवानी और शाहरुख़ का बचपन !

    जब दिल्ली की एक ही गली में बीती दिलीप कुमार की जवानी और शाहरुख़ का बचपन !

    दिलीप कुमार एक ऐसा नाम जिन्होंने हिंदी सिनेमा की छवि ही बदल दी। अपनी इंटेंस एक्टिंग से कई एक्टर्स को जन्म दिया। हिंदी सिनेमा में जितने भी महान कलाकर हुए हैं उनमें कहीं न कहीं दिलीप कुमार की अदाकारी का असर था। अगली पीढी का हर आने वाला एक्टर दिलीप कुमार हो जाना चाहता था। ये 1944 से लेकर 1961 तक इंडियन ऑडियंस के हीरो रहे। एक ऐसा हीरो जो सिर्फ परदे पर नहीं बल्कि असल जिंदगी में भी हीरो था। दिलीपबी साहब वो पहले एक्टर थे जिन्होंने पहली बार बेस्ट एक्टर का फिल्म फेयर आवर्ड जीता। दिलीप साहब की शख्सियत का असर हर पीढ़ी और हर कलाकार पर था। लेकिन उनमें सबसे आगे थे शाहरुख़ खान।

    रिश्ते में दिलीप कुमार के बेटे लगते हैं शाहरुख़ खान

    जब दिल्ली की एक ही गली में बीती दिलीप कुमार की जवानी और शाहरुख़ का बचपन !

    सालों पहले दिलीप साहब और सायरा बानो ने शाहरुख़ को अपना बेटा बताया था। दोनों की खुद की औलाद नहीं है। और जब सायरा और दिलीप साहब की मुलाकात फिल्म ‘दिल आशना है’ के मुहूर्त पर शाहरुख़ से हुई। तो लगा जैसे शाहरुख़ बिलकुल दिलीप कुमार जैसे दिखते हैं। उस समय दोनों ने ये बात कही थी कि अगर उनका कोई बेटा होता तो बिलकुल शाहरुख़ जैसा दिखता। तब से शाहरुख़ उनके लिए उनके बेटे बन गए। इस बारे में सायरा बानो ने एक इंटरव्यू में बताया था कि दिलीप और शाहरुख़ में सबसे बड़ी समानता उनके बाल है। छूने पर दोनों के बाल एक जैसे ही लगते हैं। ये रिश्ता बन जाने के बाद शाहरुख़ अक्सर दिलीप साहब की तबियत का हाल-चाल जानने उनके घर जाते रहते हैं।

    बचपन में दिलीप साहब के घर जाते थे शाहरुख़

    जब दिल्ली की एक ही गली में बीती दिलीप कुमार की जवानी और शाहरुख़ का बचपन !

    दिलीप कुमार को देख कर बड़े हुए सितारे बहुत से जो फिल्मों में उनके जैसा नाम कमाना चाहते थे। उनमें से एक थे शाहरुख़ खान। शाहरुख़ और दिलीप साहब का कनेक्शन सिर्फ फिल्मों की वजह से नहीं था बल्कि ये कनेक्शन तो उनके दिल्ली के घर से जुड़ा है। ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि दिलीप साहब और शाहरुख़ खान दिल्ली के एक ही गली में रहा करते थे। शाहरुख़ अपने पिता जी के साथ अक्सर दिलीप साहब के घर जाते रहते थे। उनके पिता उन्हें बहुत अच्छे तरह से जानते थे। करियर की शुरुआत में जब शाहरुख़ ने किसी डायरेक्टर के ऑफिस में दिलीप कुमार की फोटो को देख कर कहा था कि ‘ये तो मैं हूँ’। दोनों में ऐसी कई सारी समानताएं थीं।