क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    साल की पहली बड़ी फिल्म ‘कलंक’ का प्रोमोशन पूरे जोर शूर से शुरू हो चुका है। कुछ ही दिन पहले फिल्म का पहला टीज़र रिलीज़ किया गया था और सोमवार को इसका पहला गाना ‘घर मोरे परदेसिया’ सामने आया है। ‘कलंक’ का टीज़र आने के बाद से ही लोगों में ये जानने की भयंकर जिज्ञासा है कि आखिर इस फिल्म की कहानी क्या होगी।

    कहानी का थोड़ा सा आईडिया मिल जाए, तो हॉल में जाकर फिल्म देखने की वजह मिल जाती है। हमने ‘कलंक’ के एक्टर्स के ट्वीट, फिल्म के टीज़र और बाकी छुटपुट जानकारी से, फिल्म की कहानी का एक छोटा सा अंदाजा लगाया है।

    हमारे हिसाब से क्या हो सकती है ‘कलंक’ की कहानी, आइए आपको बताते हैं:

    1. कहां पर बेस्ड है ‘कलंक’

    क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    ‘कलंक’ के टीज़र में हमने 2 जगह एक जगह का नाम नोटिस किया था- हुसैनाबाद। सिंपल से गूगल सर्च में पता लगा कि भारत में उत्तरप्रदेश और झारखंड में इस नाम की जगह है। साथ ही पाकिस्तान के लाहौर में भी इस नाम की एक जगह है। ‘कलंक’ के बारे में ये बताया गया है कि इसकी कहानी 1940 के आसपास घूमती है। यानी जब भारत आज़ाद नहीं था और भारत-पाकिस्तान एक ही थे।

    ‘घर मोरे परदेसिया’ गाना शेयर करते हुए ट्विटर पर वरुण धवन ने ‘हीरा मंडी’ नाम की जगह का ज़िक्र किया। गूगल ने बताया कि ये जगह भी पाकिस्तान के लाहौर में है।

    2. ‘कलंक’ का लाहौर कनेक्शन

    क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    वरुण ने अपने ट्वीट में जिस ‘हीरा मंडी’ का ज़िक्र किया, वो दरअसल लाहौर में एक इलाका है। ‘हीरा मंडी’ बाज़ार को लाहौर के तवायफ कल्चर का सेंटर कहा जाता है। वैसे, ‘तवायफ’ शब्द पहले के समय में उतना बदनाम नहीं था, जितना आज है।

    तवायफों का पेशा राजा-महाराजाओं के दरबार में गाने-नाचने का होता था। फिल्म में माधुरी दीक्षित के किरदार का नाम ‘बहार बेगम’ है और बताया गया है कि वो लड़कियों को नाचने-गाने की ट्रेनिंग देती हैं। ये ‘कलंक’ की कहानी का एक महत्वपूर्ण लिंक है। शायद इस पेशे की वजह से ही उनकी मुलाक़ात संजय दत्त से हो

    3. संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा और आदित्य रॉय कपूर के किरदार

    क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    ‘कलंक’ में इन तीनों के किरदार का नाम क्रमशः बलराज चौधरी, सत्या चौधरी और देव चौधरी है। इससे एक बात तो तय है कि ये तीनों एक ही परिवार से हैं। टीज़र के एक सीन में सोनाक्षी संजय दत्त के सामने बैठी हैं। और एक दूसरे सीन में वो आदित्य के सीने पर सर रखकर सोई हैं, यानी इन दोनों में काफी प्यार है। टीज़र में ही आदित्य और आलिया की शादी भी दिखाई गई है।

    इसके 2 मतलब हो सकते हैं। पहला, सोनाक्षी का किरदार और आदित्य का किरदार सौतेले मां-बेटे हो सकते हैं। दूसरा, सोनाक्षी शायद आदित्य की पहली पत्नी हों जो शायद फिल्म में दुनिया को अलविदा कह जाएं। और इसके बाद आदित्य की ज़िन्दगी में आलिया की एंट्री हो।

    4. संजय दत्त और वरुण धवन का रिश्ता 

    क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    'कलंक' के टीज़र में बहुत ज़रा से टाइम के लिए संजय दत्त और माधुरी दीक्षित एक साथ नज़र आते हैं। फिल्म की कहानी में इस एक फ्रेम का बहुत बड़ा मतलब है। इसका एक मतलब ये हो सकता है कि वरुण धवन, संजय और माधुरी की नाजायज़ औलाद हैं। 

    5. आलिया और वरुण धवन के किरदार

    क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    आलिया का किरदार रूप और वरुण का किरदार ज़फर, कैसे मिलते हैं ये हमने ‘कलंक’ के पहले गाने में देखा। गाने के हिसाब से कहानी ये बनती है कि आलिया दशहरे का मेला देखने आएं और माधुरी दीक्षित की कला की फैन होकर, उनसे सीखने लगें। वहीँ पर वरुण धवन से, जो शायद बहार बेगम यानी माधुरी दीक्षित के बेटे या छोटे भाई हैं, आलिया को प्यार होता है। इन दोनों के इश्क में 2 बड़े पंगे हैं- धर्म और सोशल स्टेटस।

    6. आलिया की शादी और प्यार

    क्या वरुण और आलिया की फिल्म 'कलंक' की कहानी कुछ ऐसी होगी ?

    बलराज चौधरी (संजय दत्त) के बेटे देव चौधरी (आदित्य रॉय कपूर) की शादी आलिया भट्ट से हो जाती है। फिल्म की टाइमलाइन में आज़ादी से पहले के धार्मिक दंगों का प्लॉट आएगा जिसमें ज़फर (वरुण धवन) और देव आंने सामने दिखेंगे। और दशहरे के मौके पर ‘बुराई पर अच्छाई’ की जीत दिखाते हुए, फिल्म की कहानी ज़फर और रूप (आलिया) को मिलवा देगी।