प्रियंका चोपड़ा को मां आनंद शीला ने नहीं दी बायोपिक की इजाजत, भेजा है लीगल नोटिस

    प्रियंका चोपड़ा को मां आनंद शीला ने नहीं दी बायोपिक की इजाजत

    प्रियंका चोपड़ा को मां आनंद शीला ने नहीं दी बायोपिक की इजाजत, भेजा है लीगल नोटिस

    कुछ समय पहले प्रियंका चोपड़ा ने ओशो की करीबी रहीं मां आनंद शीला पर बायोपिक बनाने का ऐलान किया था। नेटफ्लिक्स की 6 पार्ट की डॉक्यूमेंट्री सीरीज 'वाइल्ड वाइल्ड कंट्री' में भी उनको दिखाया गया था। 80 के दशक में ओशो और आनंद शीला काफी सुर्खियों में रहे। जहां एक ओर ओशो को अमेरिका के ओरेगन राज्य से निष्कासित किया गया था वहीं आनंद शीला को कोर्ट ने दोषी करार दिया।

    हिंदुस्तान टाइम्स से हुई बातचीत में आनंद शीला ने प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि उन्होंने प्रियंका को उन पर फिल्म बनाने की इजाजत नहीं दी और उन्होंने एक लीगल नोटिस भी भेजा है। वहीं अगर फिल्म बनती है तो वो अपने रोल में आलिया भट्ट को देखना चाहती हैं।

    आनंद शीला ने कहा, ''मैंने प्रियंका चोपड़ा को बायोपिक के लिए नहीं चुना है इसलिए मैनें उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी है। स्विट्जरलैंड में हम काफी आसान तरीके से लीगल नोटिस भेजते हैं। मैंने उन्हें ईमेल ही भेजा जोकि यहां लीगल ही माना जाता है। प्रियंका या उनकी टीम से कोई जवाब नहीं आया है।''

    जवाब न आने पर उन्होंने कहा, ''यह कोई मुद्दा नहीं है। शायद प्रियंका को मुझसे मिलने का समय देने का मौका कभी नहीं मिला। हर किसी के पास मुझसे मिलने का समय नहीं है। अपनी जिंदगी पर आधारित फिल्म में मां आनंद शीला आलिया भट्ट को देखना चाहती हैं।''

    अपनी फिल्म में आलिया भट्ट को देखना चाहती हैं आनंद शीला

    उन्होंने आगे कहा, ''मेरी छोटी बहन, आलिया की एक फिल्म देख रही थी जिसके कुछ सीन मैंने देखे हैं। इस फिल्म को देखकर मुझे लगा कि मैं उसकी तरह दिखती थी। मैंने अपनी बहन से इस बारे में बात भी की थी। इसपर मेरी बहन ने भी कहा था कि मैं आलिया के जैसे दिखा करती थी।''

    कौन हैं मां आनंद शीला?

    गुजरात के वडोदरा में जन्मी मां आनंद शीला का असली नाम शीला अंबालाल पटेल था। 1981 में ओशो ने अमेरिका में अपने रजनीशपुरम आश्रम को संचालित करने के लिए मां आनंद शीला को नियुक्त किया था। 1984 में अमेरिका में हुए बायोटेरर अटैक के लिए मां आनंद शीला को दोषी पाया गया और उन्हें 20 साल कैद की सजा हुई। हालांकि वो 39 महीने बाद अपने अच्छे व्यवहार के चलते छूट गईं और स्विट्जरलैंड चली गईं।