इरफ़ान को ट्रिब्यूट देने के लिए महाराष्ट्र के इन गांववालों ने बदला अपने इस इलाके का नाम
इरफ़ान को ट्रिब्यूट देने के लिए महाराष्ट्र के इन गांववालों ने...
इरफ़ान खान अब इस दुनिया में नहीं रहे। इस बात पर यकीन कर पाना अब भी मुश्किल है। उनके जाने के बाद फैमिली, फ्रेंड्स और फैन सदमे में हैं। लोग उनके जाने को बड़ा नुकसान मान रहे हैं। और शायद इसलिए महाराष्ट्र के इगतपुरी गांव के लोगों बड़े सदमे में है। इगतपुरी के गांववालों के साथ इरफ़ान का अलग ही रिश्ता था। वहीं गांववालों के लिए वो उनके घर के सदस्य की तरफ थे। इसलिए उन्होंने अपने एक इलाके का नाम बदल कर इरफ़ान के नाम कर दिया है। मीडिया रिपोर्उट के मुताबिक गांववालों ने उस इलाके का नाम ‘हीरो की वाड़ी’ रखा है। मतलब हीरो का घर। इरफ़ान उन गांववालों के लिए हमेशा हीरो रहेंगे।
इगतपुरी गांववालों और इरफ़ान का रिश्ता सालों पहले शुरू हो गया था जब उन्होंने वहां जगह खरीदी थी। वो अक्सर परिवार संग वहां जाया करते थे। गांववालों के साथ त्यौहार मनाते थे। बच्चों को किताबे, सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े, हॉस्पिटल पहुंचने के लिए अम्ब्युलेंस का बंदोबस्त किया था। इगतपुरी गांव में थिएटर नहीं है लेकिन गांववाले इरफ़ान की हर फिल्म देखने 30 किलोमीटर दूर जाया करते थे। अब इरफ़ान के निधन से सभी शोक में हैं।
बता दें, इरफ़ान खान लंबे समय से दुर्लब बीमारी से जंग लड़ रहे थे। साल 2018 में उन्हें न्यूरो-एंडोक्राइन नाम की एक रेयर बीमारी हुई थी। ईलाज के लिए इरफ़ान लंदन चले गए थे। जब वापस लौटे तो फिल्म में काम भी किया। लेकिन किसे पता था इरफ़ान ऐसे अलविदा कह जायेंगे। माँ के निधन के बाद 28 अप्रैल मंगवार को उनकी तबियत बिगड़ी और 29 अप्रैल को उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। अब परिवार उनके जाने के गम से उबरने की कोशिश कर रहा है।