हुमा कुरैशी स्टारर नेटफ्लिक्स की नयी सीरीज 'लीला' की कहानी सुनकर ही आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे !

    नेटफ्लिक्स की नयी सीरीज 'लीला' की कहानी सुनकर ही आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे !

    हुमा कुरैशी स्टारर नेटफ्लिक्स की नयी सीरीज 'लीला' की कहानी सुनकर ही आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे !

    नेटफ्लिक्स जल्द ही दर्शकों के लिए बहुत धमाल टाइप कंटेंट लेकर आने वाला है। हाल ही में सैफ अली खान और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की बेहद पॉपुलर सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स’ के दूसरे सीज़न के टीज़र सामने आए। इस सीरीज का इंतज़ार लोग बहुत एक्साइटमेंट के साथ कर रहे हैं और टीज़र देख के ये इंतज़ार और भी लंबा लगने लग गया है। 

    नेटफ्लिक्स ने कुछ वक़्त पहले हुमा कुरैशी को लीड में लेकर एक शो ‘लीला’ अनाउंस किया था। इसके टीज़र और पोस्टर से कुछ अनोखी कहानी मिलने की उम्मीद लोगों को दिखने लगी थी।

    आज ही नेटफ्लिक्स ने ‘लीला’ की रिलीज़ डेट अनाउंस की। ये सीरीज 14 जून को रिलीज़ होगी। आइए आपको बताते हैं ‘लीला’ की कहानी... ‘लीला’ के पोस्टर में टैगलाइन लिखी है- ‘कमिट टू कॉज़’।

    ये ‘कॉज़’ है हुमा कुरैशी के किरदार ‘शालिनी’ की बेटी। शालिनी की बेटी का नाम है लीला, उसी के नाम पर इस वेब सीरीज का टाइटल रखा है। नेटफ्लिक्स की ये सीरीज ‘लीला’ नाम के नॉवेल पर आधारित है, जिसके लेखक प्रयाग अकबर।

    कहानी ये है कि ‘लीला’ की कहानी भविष्य में, ऐसे वक़्त पर आधारित है जब लोग जाति, धर्म और कमाई के आधार पर बनी छोटी-छोटी कॉलोनियों में रहते हैं। हिंसा के एक लम्बे दौर के बाद समाज इस स्थिति में पहुंचा है और ऐसे हालात में अपनी कॉलोनी से बाहर के लोगों के साथ रहने की सोचना भी भयंकर पाप है।

    ऐसे में शालिनी फैसला लेती है कि वो इस सिस्टम में नहीं फंसेगी और एक आम ज़िन्दगी जियेगी, जो इस मनहूस समाज से पहले होता था। शालिनी अपने बचपन के प्यार रिज़ से शादी कर लेती है। रिज़ एक मुस्लिम लड़का है। शादी के बाद रिज़ और शालिनी इस समाज से दूर, एक ऐसी जगह रहने लगते हैं जहां हालात अभी भी थोड़े नॉर्मल हैं।

    लेकिन यहां भी उस खूंखार समाज का असर पड़ने लगता है और वो एक हिन्दू और मुस्लिम की शादी नहीं स्वीकार कर पाते।शालिनी के घर पर हमला होता है और रिज़ को मार दिया जाता है। हमलावर उनकी बेटी ‘लीला’ को ले जाना चाहते हैं ताकि उसे ‘शुद्ध’ कर सकें और उसे अपने मां-बाप के पापों से दूर कर सकें। लेकिन इस हमले के बीच में लीला कहीं गायब हो जाती है।

    हमले के बाद भीड़ शालिनी को वापिस उसी कॉलोनी में ले जाती है, जो उसकी जाति के हिसाब से सही है। अब शालिनी की ज़िन्दगी का एक ही मकसद है अपनी बेटी ‘लीला’ को खोजना।