फिल्म 'पद्मावत' से जुड़े ये विवाद आपको सालों याद रहेंगे !

    फिल्म 'पद्मावत' से जुड़े ये विवाद आपको सालों याद रहेंगे !

    संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' एलान के बाद से ही सुर्ख़ियों में है। फिल्म को लेकर पहले करणी सेना और अब देश के अलग-अलग स्थान से लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतर आये हैं। राजिस्थान में इस फिल्म को बैन करने के लिए कैम्पेन चलाया जा रहा है। ऐतिहासिक जगहों को 2 दिन के लिए बंद रखा गया है। फिल्म के विरोध में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शमिल है।

    लाइव अपडेट

    ‘पद्मावती’ को कहा राष्ट्र माता

    MP के CM शिवराज सिंह चौहान ने ‘पद्मावती’ को राष्ट्र माता कह मध्यप्रदेश में फिल्म न दिखाए जाने का ऐलान किया है।

    परिवार को दी सुरक्षा

    फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर विवाद इतना बढ़ गया है कि कर्नाटक सरकार को सामने आ कर दीपिका के परिवार को सुरक्षा देनी पड़ी। दरअसल दीपिका का परिवार बेंगलुरु में रहता है। विवाद को बढ़ता देख ये कदम उठाया गया है।

    CBFC ने फिल्म ‘पद्मावती’ को मेकर्स के पास वापस भेज दिया है, उनके मुताबिक प्रमाणन के लिए आवेदन अधुरा था। फिल्म से जुड़े जरुरी चीज़े पूरी होने के बाद दोबारा आवेदन करना होगा।

    शबाना आज़मी ने उठाई आवाज

    ‘पद्मावती मुद्दे पर एक्ट्रेस शबाना आज़मी ने फिल्म इंडस्ट्री से स्टैंड लेने को कहा है। शबाना ने लगातार ट्वीट कर पद्मावती के कलाकारों को मिल रही धमकियों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के बहिष्कार का करने का अनुरोध किया है। 

    आपको बता दें कि इनका विरोध फिल्म 'पद्मावती' के किरदार और खिलजी के बीच दिखाए गए ड्रीम सीक्वेंस को लेकर है। विरोधियों का मानना है कि फिल्म में रानी पद्मिनी की इमेज को खराब किया गया है। इसी विवाद को लेकर राजिस्थान में फिल्म की शूटिंग के दौरान करणी सेना ने फिल्म 'पद्मावती' के सेट पर हल्ला बोल दियाथा । सेना ने सेट पर मौजूद तमाम ज़रूरी चीजों को तहस-नहस तो किया साथ ही डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के साथ भी मारपीट की। जिसकी बाद में बेहद आलोचना हुई। बाद में गुजरात में शूटिंग के दौरान सेट पर आग लगा दी गई जिसमें फिल्म से जुड़े कीमती कपडे और आभूषण जल कर राग हो गए।

    लेकिन ये विवाद करणी सेना तक ही सीमित नहीं रहा। अब अभिनेता से लेकर राजनेता इस मामले में दिलचस्पी ले रहे हैं। और उलटे सीधे बयान दे कर मुद्दे को और बढ़ा रहे हैं। अब ऐसा लग रहा है कि ये सिर्फ कोई फिल्म नहीं बल्कि एक राजनितिक मुद्दा बन गया हो। राजनितिक दल हो या कोई संगठन इस जलती आग में हर कोई घी डालने का काम कर रहा है।

    इस मामले पर जहां बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण पर निशाना साधते हुए उन्हें लेक्चर न देने के लिए कहा तो वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर रजिस्थान में महिलाओं की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि घूँघट से ज़्यादा जरुरी शिक्षा है। यहां नेता एक दूसरे पर तीखे तंज कस रहे हैं, वहीं फिल्म इंडस्ट्री के लोग एक फिल्म को लेकर हुए इतने बवाल को देख हैरान हैं। लेकिन ये बवाल सिर्फ फिल्म के विरोध तक ही सीमित नहीं रहा। मेरठ के क्षत्रिय समाज के ठाकुर अभिषेक सोम ने दीपिका और भंसाली की गर्दन काटने पर 5 करोड़ रुपये के इनाम का ऐलान किया। 

    ये मामला अब सिर्फ विरोध तक ही सीमित नहीं रहा। एक ऐसी रानी के लिए लोग विवाद कर रहे हैं जिसके अस्तित्व के होने पर भी सवाल है। कई किताबों के अनुसार 'पद्मावती' केवल एक रचना है। लेकिन इसके बाद भी लोग एक जीवित व्यक्ति की नाक काटने पर उतारूं हैं। 

    राजिस्थान की करणी सेना ने दीपिका को नाक काटने की धमकी दी है। करणी सेना के महिपाल सिंह मकराना ने एक वीडियो के जरिये कहा, 'राजपूत महिलाओं पर कभी हाथ नहीं उठाते, लेकिन जरूरत पड़ी तो हम दीपिका के साथ वही करेंगे जो लक्ष्मण ने शूर्पणखा के साथ किया था। इसके बाद मुंबई पुलिस द्वारा दीपिका और शाहिद कपूर को सुरक्षा प्रदान की गई।


    इस मामले में दीपिका पहले ही अपनी राय दे चुकी है कि फिल्म की रिलीज़ डेट कोई नहीं रोक सकता। फिल्म 1 दिसम्बर को रिलीज़ हो रही है। देश में कई जगह सिनेमाघरों के बाहर पुलिस का पहरा भी रहने वाला है क्योंकि उस दिन देश में हंगामा होने का पूरा शक है। अब इस विवाद के बाद फिल्म को कोई फायदा होगा या नुक्सान ये तो वक़्त बताएगा।