प्रियंका चोपड़ा ने कहा अमेरिका में काम खोजने के लिए छोड़नी पड़ी थी 'भारतीयता'!
प्रियंका ने कहा अमेरिका में काम खोजने के लिए भूलनी पड़ी पहचान
प्रियंका चोपड़ा ने हिन्दी फिल्मों से अपना नाम बनाया और जब वो एक इंटरनेशनल स्टार बनीं तो इस नाम को पूरी दुनिया पहचानने लगी। ‘क्वांटिको’ शो से प्रियंका, एक इंटरनेशनल शो को लीड करने वाली पहली साउथ एशियन एक्ट्रेस बन गईं। हाल ही में अपने नेटफ़्लिक्स प्रोजेक्ट ‘द व्हाइट टाइगर’ के लिए खूब तारीफ पाने वालीं प्रियंका ने एक इंटरव्यू में बताया कि अमेरिका में काम करने के लिए उन्हें अपनी भारतीयता थोड़ी सी छुपानी पड़ी। उन्हें इस तरह रहना पड़ा कि एक बार में उनकी असली पहचान का पता न लगाया जा सके। बॉलीवुड हँगामा से बात करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘मुझे अपना नाम तो नहीं बदलना पड़ा, लेकिन लोगों को सिखाना पड़ा कि उसे कैसे बोलना है। अगर आप ‘ओपरा’ बोल सकते हैं, तो चोपड़ा भी बोल सकते हैं’।
अपनी बात स्पष्ट करते हुए प्रियंका ने आगे बताया, ‘जब मैं यहाँ (अमेरिका) आई तो मुझे मेनस्ट्रीम काम करना था। मैंने भारत में मेनस्ट्रीम एक्ट्रेस होना एंजॉय किया था। मुझे पता था कि जब मेन एक फिल्म जॉइन करती हूँ तो क्या एफर्ट्स दे सकती हूँ और मुझे मेरा काम पता था। मेन बड़ी फिल्मों में एक साइड-कैरेक्टर या स्टीरियोटाइप कैरेक्टर नहीं करना चाहती थी। मुझे मेरा चेहरा पोस्टर पर चाहिए था और जब मैंने पहली बार काम खोजना शुरू किया तो अमेरिका में ये एक बहुत बड़ा स्ट्रगल था। मेन ये 6-7 साल पहले की बात कर रही हूँ’।
प्रियंका ने कहा कि दुर्भाग्य से जब उन्होने अमेरिका में काम करना शुरू किया तो उन्हें अपनी भारतीयता छोडनी पड़ी, ताकि दुनिया समझ सके कि ‘हाँ, यह एक व्यक्ति है जो आर्टिस्ट है’ ताकि वो बहुत अलग नहीं लगें। उन्होने बताया कि वो अब अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल वेस्ट के लोगों को इंडियन फिल्मों के बारे में बताने के लिए करती हैं।