रजनीकांत दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड लेने के बाद अपने बस ड्राइवर दोस्त को थैंक्यू कहना नहीं भूले

    रजनीकांत अवॉर्ड लेने के बाद अपने ड्राइवर दोस्त को थैंक्यू कहना नहीं भूले

    रजनीकांत दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड लेने के बाद अपने बस ड्राइवर दोस्त को थैंक्यू कहना नहीं भूले

    रजनीकांत को उनके सिनेमा में योगदान के लिए 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार ने नवाजा गया। सोमवार को ये अवॉर्ड उन्हें उप राष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने दिया। इस समारोह में उनके परिवार के लोग मौजूद थे। वो अपनी बेटी पत्नी लता, बेटी सैंदर्या और दामाद धनुष संग सेरेमनी में पहुंचे थे। धनुष को भी फिल्म असुरन में उनकी एक्टिंग के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला है।

    अवॉर्ड मिलने के बाद रजनीकांत ने तमाम लोगों का शुक्रिया अदा किया इनमें उनके बस ड्राइवर दोस्त भी थे, जब एक्टर टिकट कंडक्टर हुआ करते थे। रजनीकांत ने कहा, ''मैं प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड को पाकर बहुत खुश हूं। माननीय केंद्र सरकार को मेरा शुक्रिया। मैं ये अवॉर्ड अपने मेंटर, मेरे गुरु के बालाचंदर को समर्पित करता हूं। इस लम्हे में मैं उन्हें आभार के साथ याद करता हूं और मेरे भाई सत्यनारायण गैकवाड जो मेरे पिता जैसे ही है, जिन्होंने मुझे महान वैल्यू और आध्यात्म के साथ बड़ा किया है। कर्नाटक में मेरे दोस्त, बस ट्रांस्पोर्ट ड्राइवर, मेरे सहकर्मी- राजबहादुर। मैं बस कंडक्टर था, उन्होंने मेरे एक्टिंग टैलेंट को पहचाना और मुझे सिनेमा ज्वाइन करने के लिए प्रोत्साहित किया।"

    लीजेंड एक्टर ने आगे कहा, ''मेरे सभी प्रोड्यूसर्स, डायरेक्टर, को-आर्टिस्ट, टेक्नीशियन्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स, एक्जीबिटर्स और मीडिया, प्रेस और मेरे सभी फैंस। तमिल लोग- उनके बिना मैं कुछ भी नहीं हूं। जय हिंद।''

    रजनीकांत के अलावा सेरेमनी में कंगना रनौत और मनोज बाजपेयी को भी बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला। बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड छिछोरे को दिया गया। साजिद नाडियावाला ने ये अवॉर्ड लेते हुए ये सम्मान सुशांत सिंह राजपूत को समर्पित किया।