ऋषि कपूर ने रणबीर को सिखाया था काम की इज्ज़त करना, किरदारों में एक्स्परिमेंट के लिए किया था प्रेरित!

    ऋषि कपूर ने रणबीर को सिखाया था काम की इज्ज़त करना

    ऋषि कपूर ने रणबीर को सिखाया था काम की इज्ज़त करना, किरदारों में एक्स्परिमेंट के लिए किया था प्रेरित!

    बॉलीवुड के सबसे चहेते और पॉपुलर एक्टर्स में से एक ऋषि कपूर ने 30 अप्रैल 2020 की सुबह इस दुनिया को अलविदा कह दिया। ऋषि साहब 2 साल से कैंसर से अपनी लड़ाई लड़ रहे थे और उन्हें इसकी वजह से सांस की भी दिक्कत हो गई थी, जिसकी शिकायत के साथ उन्हें कल शाम को मुंबई के एच एन रिलायंस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। अपने 50 साल से ज्यादा लम्बे करियर में ऋषि कपूर ने हमें ढेर सारी यादें दी हैं। लेकिन इस बात के लिए हम हमेशा उनके शुक्रगुज़ार रहेंगे कि ऋषि साहब ने अपना एक हुनर रणबीर को बखूबी सिखाया- एक्टिंग। ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी लिखी थी जिसका नाम था- खुल्लम खुल्ला। इस किताब का फोरवर्ड रणबीर ने लिखा था।

    ऋषि कपूर ने रणबीर को सिखाया था काम की इज्ज़त करना, किरदारों में एक्स्परिमेंट के लिए किया था प्रेरित!

    रणबीर ने अपने पापा से सीखने के बारे में बताते हुए लिखा था कि उन्होंने अपने पापा से काम की रिस्पेक्ट करना सीखा है। रणबीर ने बताया था कि ऋषि साहब जिस तरह से अपने काम के प्रति ईमानदार थे, वो कमाल की बात थी और 2006-07 में जब उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा तो वो अपने डैडी को रोज़ सुबह शूट के लिए तैयार होते देखते थे। रणबीर ने लिखा, ‘इंडस्ट्री में इतने साल के बिताने के बाद, मैंने इस उम्र में भी उनमें उत्साह देखा। उनमें ये बात थी कि वो अपने क्राफ्ट को और बेहतर करते थे, अपने कॉस्टयूम खरीदने जाते थे और हर बारीक डिटेल खुद चेक करते थे। वो उस तरह के आदमी हैं, उन्हें बहुत डिटेल पसंद है। ये एक ऐसी चीज़ है, जिसकी मैं बहुत प्रशंसा करता हूं।’ ऋषि कपूर की बायोग्राफी में रणबीर ने ये माना कि उन्होंने अपने करियर के शुरूआती 25 सालों में लगभग एक जैसे रोल किए, वहीं उनका मानना था कि अपनी दूसरी पारी में उन्होंने कुछ नया करने के लिए खुद पर बहुत मेहनत की। उन्होंने एक्सपरिमेंट करना शुरू किया और उन्हें काम करने में मज़ा आने लगा। किताब में रणबीर ने कहते हैं, ‘मैंने उनमें बच्चों जैसा उत्साह देखा और किरदारों की बात करें तो, एक किस्म का अलगाव।’ हम रणबीर की बातों से समझ सकते हैं कि एक एक्टर के तौर पर उन्होंने ऋषि साहब से कितना सीखा। ऋषि साहब अपनी जनता से जुड़े हुए थे और काम के प्रति बहुत पैशनेट थे। ऋषि साहब हमेशा एक सुपरस्टार थे और रहेंगे!